पारिवारिक विवाद में मारपीट कर निकाला, तो गेट का ताला तोड़ ससुराल में घुसी महिला Muzaffarpur News
करीब डेढ़ साल से चल रहा दंपती में विवाद दो महीने पूर्व मारपीट कर निकाल दिया गया था ससुराल से। थाने का चक्कर लगा रही महिला को इंसाफ दिलाने के लिए संगठन की कई महिलाओं ने दिया साथ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सदर थाना क्षेत्र के मझौलिया इंद्रप्रस्थ मोहल्ले में मेन गेट पर लगे छह तालों को तोड़कर एक महिला अपने ससुराल में घुसी। उन्हें करीब दो महीने पूर्व मारपीट कर ससुराल से निकाल दिया गया था। थाने में न्याय नहीं मिलने पर महिला ने गोबरसही स्थित अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति से न्याय की गुहार लगाई। समिति की दो दर्जन से अधिक महिलाएं पहुंचीं। सभी के साथ पीडि़ता नीतू सिंह सोमवार को मझौलिया इंद्रप्रस्थ मोहल्ला स्थित पति के घर पर पहुंची।
पति सुबोध कुमार सिंह को इसकी पहले से जानकारी थी। इसलिए गेट में ताला बंद कर निकल गए थे। इसको लेकर वहां पर गहमागहमी का माहौल रहा। इस दौरान पीडि़ता सदर थाने की पुलिस को सूचित की। लेकिन पारिवारिक विवाद की वजह से पुलिस वहां नहीं पहुंची। पीडि़ता नीतू सिंह (43) ने बताया कि मझौलिया के सुबोध से उनकी शादी 2000 में हुई थी। एक पुत्र है। जिसकी उम्र 18 साल है और वह बीटेक का छात्र है। नीतू ने बताया कि पति सुबोध मझौलिया में एक स्वयंसेवी संगठन के निदेशक हैं। उनकी बहन एवं भाई दूसरी संस्था से जुड़े हैं। सबने मिलकर पिछले साल भी उसे प्रताडि़त किया था।
करीब डेढ़ साल से दंपती में विवाद चल रहा है। इसको लेकर मामला कोर्ट में भी है। आरोप लगाया कि उसके पति करीब दो साल से किसी दूसरी महिला के चक्कर में फंस गए हैं। इस वजह से प्राय: उसके मारपीट व प्रताडऩा दिया जा रहा था। कई दिनों तक खाना बंद कर दिया जाता था। बावजूद वह ससुराल में रहती थी। इसी क्रम में करीब दो महीने पूर्व उन्हें मारपीट कर ससुराल से निकाल दिया गया। संगठन की नमिता सिंह, जूली देवी, रेखा देवी, प्रतिभा देवी व शहाना खातून आदि उसको घर में प्रवेश दिलाने के बाद लौट गए। नीतू ने बताया कि घर में अकेले वह असुरक्षित महसूस कर रही है।