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Bihar vidhan sabha chunav 2020 : साहेबगंज विधानसभा में व्यवस्था लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने में फेल

Bihar vidhan sabha chunav 2020 जंगली जानवर से किसान परेशान। बुआई करने तक सिमट गई भूमिका। साहेबगंज में सरकारी कॉलेज लेकिन शिक्षक की कमी के कारण कई विषय की नहीं हो रही पढ़ाई।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 09:11 AM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 09:11 AM (IST)
Bihar vidhan sabha chunav 2020 : साहेबगंज विधानसभा में व्यवस्था लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने में फेल
Bihar vidhan sabha chunav 2020 : साहेबगंज विधानसभा में व्यवस्था लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने में फेल

मुजफ्फरपुर, जेएनएन : Bihar vidhan sabha chunav 2020 : साहेबगंज में महिला अस्पताल का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रशेखर सिंह ने 1984 में किया। लेकिन, अब तक वह चालू नहीं हुआ। जनता को मलाल है कि कितनी सरकारें आईं व गईं। उसी तरह इस इलाके के किसान खेत में कोई भी फसल रोपते, लेकिन उसको जंगली जानवर खा जाते हंै। बड़ी परेशानी हो रही फसल बचाने में। इसके साथ जलजमाव व अन्य समस्या से सब परेशान हैं। चुनाव के समय मुद्दा बनता है। लेकिन उसके बाद कोई सुध नहीं लेता।

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ये समस्याएं जिनका चाहिए निदान

- साहेबगंज अस्पताल परिसर में महिला अस्पताल का निर्माण हुआ लेकिन चालू नहीं हो पाया। अब तो भवन भी हो रहा जर्जर

- पूरे विधानसभा में जंगली जानवर का कहर है। खेत में गेहूं, धान, मक्का हो या सब्जी की फसलों पर नीलगाय का झुंड टूट पड़ता और बर्बाद कर देता है।

- जंगली जानवरों के आतंक से मुक्ति नहीं मिलने से अब खेती की जमीन को मजबूरी में परती रखना पड़ रहा है। फसल को बचाने में पसीने छूट रहे हैं।

- बंगरा घाट पुल काम अधूरा, नहीं हो रहा चालू, पुल बन जाने से साहेबगंज ही नहीं पूरे जिले का हो जाता सारण से सीधा कनेक्शन

- तिरहुत नहर पर पुल नहीं बनने से भूलही गांव के आसपास के किसान परेशान, लंबी दूरी तय कर जाना पड़ता इस पार से उस पार

- साहेबगंज में सरकारी कॉलेज लेकिन शिक्षक की कमी के कारण कई विषय की नहीं हो रही पढ़ाई। केवल छात्र नामांकन लेते व फॉर्म भरने का कर रहे काम। पढ़ाई निजी कोचिं के भरोसे

बोले किसान व राजनेता

सामाजिक कार्यकर्ता अनावरूल करीम ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रशेखर सिंह ने 1984 में महिला अस्पताल का उद्घाटन किया। उसके बाद कितनी सरकार आई गई लेकिन यह अस्पताल केवल नाम का रहा। यहां पर आज तक न महिला डॉक्टर आई, नहीं चालू हुआ। परिसर में पीएचसी में महिलाओं का इलाज जरूर हो रहा है। महिलाएं राह निहारती रह गईं, लेकिन अस्पताल चालू नहीं हुआ।

किसान जंगली जानवर से तबाह

किसान व सेवानिवृत्त शिक्षक महेंद्र राय कहते हैं कि कोई भी फसल जंगली जानवर के कारण नहीं बच पा रही है। नीलगाय व बनैया सुअर से तबाह किसान तो अब जमीन का परती रखने को मजबूर हो रहे हैं। इसका निदान होना चाहिए।

ग्रामीण सड़क निर्माण को मिली गति

पूर्व मंत्री व विधायक साहेबगंज रामविचार राय ने कहा कि अपने कार्यकाल ग्रामीण सड़क निर्माण को गति दी है। अस्पताल में चिकित्सक की बहाली के लिए लगातार पहल करते रहे हैं। किसानों की समस्या के निदान के लिए लगातार सरकार स्तर पर कोशिश जारी है। साहेबगंज में जो विकास आज दिख रहा, उसमें उनका पूरा योगदान है।

लगाते केवल दरबार

पूर्व विधायक राजू कुमार सिंह राजू ने कहा कि विधायक को विकास से कोई मतलब नहीं है। कुछ खास लोगों के साथ दरबार लगाते हैं। मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना के तहत उनके कार्यकाल यानी 2014 में जब विधायक थे, जिस योजना का चयन हुआ वह भी पूरा नहीं हो पाया। कृषि मंत्री रहते हुए भी जंगली जानवरों से मुक्ति का सही रास्ता नहीं निकला। 


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