निगम की नाकामी बयां कर रहीं इस शहर की गलियां
वार्ड 34 स्थित पड़ाव पोखर लेन नंबर दो व तीन गंदे पानी का तालाब बन गई है। मोहल्लावासी नारकीय माहौल के बीच रहने को मजबूर हो रहे हैं।
मुजफ्फरपुर । वार्ड 34 स्थित पड़ाव पोखर लेन नंबर दो व तीन गंदे पानी का तालाब बन गई है। मोहल्लावासी नारकीय माहौल के बीच रहने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं, वार्ड-7 स्थित बीबीगंज की जर्जर गोविंदपुरी सड़क पर नाले का पानी बह रहा है। वहां से गुजरने वाले दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति शहर की दर्जनों गलियों की है, जो निगम की नाकामी बयां कर रही हैं। निगम के जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के विकास के बड़े-बड़े दावों के बीच लोग नारकीय व असुरक्षित जीवन जी रहे हैं। समस्या से मुक्ति दिलाने की लोगों की गुहार अनसुनी कर दी गई। हालात से जूझ रहे लोगों में आक्रोश है। ये कभी भी आंदोलन का रूप ले सकता है।
सालभर सड़क पर जमा रहता पानी
पड़ाव पोखर शहर के वीआइपी मोहल्लों में से एक है। यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होना है। मोहल्ले की गलियां, विशेषकर लेन नंबर दो व तीन में सालभर गंदे पानी का तालाब बना रहता है। लोगों को इसके बीच से गुजरना मजबूरी बनी है। बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल है। निगम से गुहार लगाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने से परेशान लोगों ने चंदा एकत्र कर मोटर खरीदी है। इससे समय-समय पर गंदा पानी निकालते हैं, ताकि वह घरों में प्रवेश नहीं कर सके।
जर्जर सड़क पर जलजमाव, दोहरी परेशानी झेल रहे लोग
बीबगंज मोहल्ले की गोंिवंदपुरी रोड पूरी तरह से टूटा है। जर्जर सड़क पर जलजमाव मोहल्लावासियों व राहगीरों को दोहरी पीड़ा दे रहा है। अनजाने में सड़क से गुजरने वाले रोज दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। समस्या से मुक्ति को मोहल्लावासी गुहार लगा चुके हैं, पर अनसुनी कर दी गई।
वार्ड पार्षद-34, सालेहा खातून ने कहा कि महापौर, उपमहापौर व नगर आयुक्त से समस्या से मुक्ति दिलाने की गुहार लगा चुकी हूं। लेकिन, उनकी बातों का संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। वार्ड पार्षद-7, सुषमा देवी ने कहा कि बीबीगंज मोहल्ले में नारकीय हालात हैं। सड़क जर्जर है। सालभर यहां बरसात का पानी लगा रहता है। लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लेकिन, निगम को न तो दिखाई दे रहा और न ही सुनाई पड़ रहा है।