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मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड: आरोप इतने संगीन की सुनकर खड़े हो जाए रोंगटे, यह है आराेप...

मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर ही बालिका गृह का था वास्तविक मालिक। लड़कियों से दुष्कर्म पिटाई और बाहर भेजने का आरोप। दिलीप वर्मा को लड़कियों ने बताया सबसे गंदा आदमी। पढें पूरी रिपोर्ट.

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 05:17 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 09:37 AM (IST)
मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड: आरोप इतने संगीन की सुनकर खड़े हो जाए रोंगटे, यह है आराेप...
मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड: आरोप इतने संगीन की सुनकर खड़े हो जाए रोंगटे, यह है आराेप...

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह मामले में 20 आरोपित दिल्ली स्थित  साकेत के विशेष कोर्ट में सत्र-विचारण का सामना कर रहे थे। इसमें ब्रजेश ठाकुर मुख्य आरोपित है।  सीबीआइ ने आरोपितों के खिलाफ विशेष कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में कई आरोप लगाए थे। विशेष कोर्ट ने सत्र-विचारण चलाने से पहले इसी आरोप-पत्र के आधार पर आरोप तय किया था। लड़कियों ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप वर्मा को सबसे गंदा आदमी बताया था। इन आरोपितों के खिलाफ इतने संगीन आरोप लगे कि सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। 

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आरोपितों पर लगाए गए ये आरोप  

ब्रजेश ठाकुर : यह बालिका गृह का वास्तविक मालिक था। वही इसका संचालन करता था। एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति में वह कार्यपालक निदेशक पद पर था। इसी एनजीओ के माध्यम से बालिका गृह का संचालन होता था। उस पर बालिका गृह की लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। इसमें रवि कुमार रोशन व मामू सहित बालिका गृह की अन्य कर्मचारी सहयोगी थीं। वह अन्य आरोपितों के साथ मिलकर लड़कियों को गंदे भोजपुरी गानों पर डांस करने को मजबूर करता था। वहीं, उनको दूसरे के पास भी भेजता था। विरोध पर उनकी पिटाई भी करता था।

रवि कुमार रोशन,  विकास कुमार : ब्रजेश के साथ-साथ इन पर भी अधिकतर लड़कियों ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। दिलीप कुमार वर्मा की लड़कियों ने पहचान फोटो से की। उसने उसे सबसे गंदा आदमी बताया। वह लड़कियों के साथ दुष्कर्म करता था। रोजी रानी : लड़कियों ने उसे सारी घटनाओं की जानकारी दी, लेकिन उसने कोई एक्शन नहीं लिया।  उस पर आरोपितों का सहयोग करने का आरोप लगाया गया है।

साइस्ता परवीन उर्फ मधु : यह ब्रजेश ठाकुर की खास थी। एनजीओ सेवा संकल्प और विकास समिति के प्रबंधन से जुड़ी थी। वह लड़कियों को सेक्स की शिक्षा देती थी। रामाशंकर सिंह उर्फ मास्टर साहेब उर्फ मास्टर जी : यह ब्रजेश के पारिवारिक प्रेस का मैनेजर था। लड़कियों ने उसे गंदा आदमी बताया है। वह लड़कियों को गंदी नजर से देखता था। उनके साथ दुष्कर्म व पिटाई करता था। डॉ. अश्वनी उर्फ आसमनी : बालिका गृह की लड़कियां इस डॉक्टर से काफी भयभीत रहती थीं। वह लड़कियों को बेहोश करता था। लड़कियों की बिना कपड़े में जांच करता था। 

विजय कुमार तिवारी, गुड्डू व कृष्णा राम : सभी ब्रजेश ठाकुर के नौकर थे। सभी पर लड़कियों से दुष्कर्म करने व पिटाई करने का आरोप लगाया गया है। इंदू कुमारी, मीनू देवी, मंजू देवी, चंदा देवी, नेहा कुमारी, हेमा मसीह, किरण कुमारी : सभी बालिका गृह की कर्मचारी थीं। इन सभी पर लड़कियों को नशा की दवा देने, मारपीट करने का आरोप है। बालिका गृह की लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने वाले ब्रजेश, विकास, दिलीप, रवि रोशन व अन्य का सहयोग करने का भी आरोप था।

डॉ. प्रमिला के खिलाफ आरोप पत्र का विशेष कोर्ट ने नहीं लिया था संज्ञान

डॉ.प्रमिला बालिका गृह की लड़कियों की स्वास्थ्य जांच करती थीं। लड़कियों ने उसे बताया कि ब्रजेश, रवि रोशन, विजय व विकास ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। इस पर उसने बस इतना कहा कि कोई बात नहीं तुम लोगों को दवा दे दूंगी। उसने पीडि़ताओं की कोई मदद नहीं की। हालांकि, मुजफ्फरपुर के विशेष पॉक्सो कोर्ट ने साक्ष्य की कमी को देखते हुए उसके खिलाफ दाखिल आरोप पत्र को संज्ञान में नहीं लिया था। इससे उसके खिलाफ साकेत के विशेष कोर्ट में सत्र-विचारण नहीं चला। 


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