कॉलेजों तक नहीं पहुंचा स्नातक पार्ट वन का रिजल्ट, छात्र बेचैन
ऑफलाइन रिजल्ट जारी होने से प्रभारी वीसी भी हैरत में। कहा कामचलाऊ व्यवस्था से नहीं चलेगा काम होगा बदलाव।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरएबीयू में आननफानन जारी हुआ स्नातक पार्ट वन-2018 का रिजल्ट बुधवार को भी दूरदराज के कॉलेजों तक नहीं पहुंच सका। लिहाजा, वहां के छात्रों में रिजल्ट जानने को लेकर बेचैनी बनी रही और कॉलेजों में दिनभर हंगामा होता रहा। रिजल्ट में जल्दबाजी का आलम यह रहा कि प्रभारी कुलपति राजेश सिंह के मुख्यालय पहुंचने का भी इंतजार नहीं किया गया। कुलपति की मौजूदगी में रिजल्ट की घोषणा के आश्वासन के बावजूद मंगलवार शाम रिजल्ट जारी करने की जल्दबाजी से अफरातफरी का माहौल कायम है।
अफरातफरी की दूसरी बड़ी वजह यह भी कि डिजिटाइजेशन के दौर में भी रिजल्ट ऑफलाइन ही जारी हुआ। नतीजतन रिजल्ट और टीआर विशेष दूत के जरिए कॉलेजों तक पहुंच सकेगा। जाहिर है इसमें विलंब होगा और इस कारण छात्रों की नाराजगी बढ़ेगी। प्रभारी कुलपति राजेश सिंह ने भी स्वीकार किया कि इससे छात्रों में बेचैनी स्वाभाविक है। कहा किमैं नया हूं और अभी यहां की व्यवस्था से पूरी तरह अवगत नहीं हो पाया हूं जिसके चलते कामचलाऊ व्यवस्था लागू है। व्यवस्था में तत्काल बदलाव की बात भी उन्होंने कही।
कॉलेज में रिजल्ट नहीं पहुंचने से बढ़ी प्राचार्यों की परेशानी
पंडित उगम पाण्डेय कॉलेज, मोतिहारी के प्राचार्य डॉ. कर्मात्मा पाण्डेय ने बुधवार दोपहर तक रिजल्ट नहीं प्राप्त होने की बात कही। जबकि, परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि उस कॉलेज के कर्मचारी को रिजल्ट हस्तगत कराया जा चुका है। वहां की एक छात्रा गोल्डी कुमारी रिजल्ट का पता लगाने कॉलेज गई तो उसे बैरंग लौटना पड़ा।
प्राचार्यों की चिंता इस बात को लेकर भी है कि रिजल्ट से संबंधित सारी जवाबदेही उन्हें ही सौंपी गई है। यानी, कोई विद्यार्थी पास है तो कितने अंकों से और फेल तथा प्रमोट है तो किस कारण से और किस विषय में, ये सभी जानकारी प्राचार्य को ही देनी है। रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत पर विद्यार्थियों के आवेदन को विश्वविद्यालय के लिए प्राचार्य को ही अग्रसारित करना है।
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