अंदर दलालों का कब्जा, बाहर भटकते रहते लोग
जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) में दलाल किस्म के लोगों का वर्चस्व कायम है।
मुजफ्फरपुर। जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) में दलाल किस्म के लोगों का वर्चस्व कायम है। बाहर से लेकर अंदर कार्यालय तक वे हावी हैं। कामकाज से आए लोग परिसर में भटकते रहते हैं और भीतर इनका कब्जा होता है। काउंटर पर जानेवालों को कई दिनों तक चक्कर लगाने पड़ जाते हैं, जबकि इनकी 'शरण' में जाने से कार्य आसानी से हो जाता है। सोमवार को जब दैनिक जागरण की टीम ने वहां की पड़ताल कर कामकाज की शैली का हाल जाना तो व्यवस्था की पोल खोलती तस्वीर सामने आई।
दोपहर 12:00 बजे : वर्दी में एक जवान झल्लाते हुए कार्यालय से बाहर निकल रहे थे। उनके साथ एक अधिवक्ता भी थे। बातचीत में उन्होंने अपना नाम सुधीर कुमार सिंह बताया। वे रेल पुलिस में जमादार हैं। ड्राइविंग लाइसेंस पर बात होती है तो झल्ला जाते हैं। कहते हैं, दो बार ड्राइविंग टेस्ट दे चुके हैं, बावजूद इसके लाइसेंस के लिए दौड़ लगा रहे। लोग कहते हैं कि वर्दी वालों (पुलिस) का काम जल्दी हो जाता है, देखिए क्या हो रहा है? भाई, आम आदमी तो यहां लुट जाएगा।
दोपहर 12:10 बजे : एमवीआइ संजय कुमार टाइगर अपने कक्ष में मौजूद थे। एक व्यक्ति उनसे लर्निग लाइसेंस के संबंध में बात कर रहा था। उसकी पीड़ा है कि पूरे कार्यालय के चक्कर काट लिए, लेकिन कहीं सही जानकारी नहीं मिली। एमवीआइ ने जब कागज लेकर जांच की तो उनमें कई खामियां पाई। उन्होंने शपथपत्र लाने पर काम हो जाने की बात कही।
दोपहर 12:15 बजे : डीटीओ कक्ष के पास कुछ लोग बैठे थे। उन्हें बाबुओं से मिलने का इंतजार था। जैसे ही उन्हें जागरण की टीम के आने की भनक लगी, वे यहां की पीड़ा बयान करने लगे। वे दलालों की सक्रियता और उनकी पहुंच से पर्दा उठाने लगे। उनका स्पष्ट कहना था कि दलालों के मार्फत सारा काम हो जाता है। कोई कमी रहने पर उसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। और, जरा आप चले जाएं, बाबू लोग ठीक से बात तक नहीं करते। उनमें से कुछ लोगों ने दलालों की तरफ इशारा भी किया। देखिए, हम यहां बाबुओं के आने का इंतजार कर रहे और वे दलालों से बात कर रहे। इतनी सेटिंग है यहां, पूछिए मत।
जानकारी को लगाते रहते चक्कर : डीटीओ कार्यालय में लोगों के लिए कोई सुविधा नहीं है। पूछताछ काउंटर या इस तरह की कोई बात नहीं। कागज के संबंध में कोई जानकारी देने वाला नहीं। इसका नतीजा है कि लोग इधर से उधर भटकते हैं। दलाल इसी का फायदा उठाते हैं।
डीटीओ मो. नजीर अहमद ने कहा कि कार्यालय परिसर में दलालों की बात गलत है। लोगों के कार्य समय पर किए जाते हैं। किसी तरह की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। शीघ्र ही, ऑनलाइन व्यवस्था लागू होगी।