दरभंगा की माटी पर पूरे साल बही शिक्षा की अमृत धारा, 2021 में रहीं तमाम सुनहरी उपलब्धियां
Darbhanga News 50 कमरों पर आधारित एक एकेडमिक ब्लॉक के निर्माण की बनाई जा रही योजना सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना को पहल शुरू स्नातक तृतीय खंड का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं होने से 80 हजार परीक्षार्थी परेशान डाटा कंपनी गई कोर्ट विद्यार्थियों की परेशानी नहीं हो रही कम।
दरभंगा, {प्रिंस कुमार}। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में मिथिला की राजधानी कहलानेवाली दरभंगा की माटी से वर्ष 2021 में छिटफुट घटनाओं को छोड़कर पूरे साल शिक्षा की अमृत धारा बही। तमाम सुनहरी उपलब्धियों को समेटे हुए वर्ष 2021 अब जाने को है। नया साल नई उम्मीदों के साथ आने को है। इस साल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में कई अहम फैसले लिए। इनमें सबसे खास यह कि छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के भी बेहतर मुकाम हासिल किए। अब सभी संस्थान वर्ष 2021 की खट्टी-मीठी यादों को संवारकर नए वर्ष के स्वागत में नई बुलंदियों को छूने को बेताब हैं।
एकेडमिक ब्लाक का होगा निर्माण
विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर सभी विभागों में छात्रों एवं शिक्षकों की सुविधा के लिए वर्गों की संख्या बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। 50 कमरों पर आधारित एक एकेडमिक ब्लॉक के निर्माण की योजना बनाई गई है। विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर सभी विभागों में अब तक कुल 61 राष्ट्रीय सेमिनार एवं 12 अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के साथ ही कुल 103 प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की गई हैं।
महात्मा गांधी सदन में स्थापित हुई गांधी की कांस्य की मूर्ति
विश्वविद्यालय गांधी सदन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की नई कांस्य की मूर्ति स्थापित की गई। ऐतिहासिक गांधी संग्रहालय को पुनः गतिशील करने के लिए केंद्रीय पुस्तकालय में महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित लिखित पुस्तक का विशेष संग्रह केंद्र स्थापित किया जा रहा है। गांधी सदन के सामने स्थित तालाब का सुंदरीकरण कराया गया है। स्वच्छ कैंपस सुंदर कैंपस के तहत पूरे जनपद की साफ सफाई की विशेष व्यवस्था है एवं आगंतुक के लिए तालाब के सामने पार्क बनाने की प्रक्रिया की जा रही है।
जर्जर सड़कों की कराई जा रही मरम्मत
पूरे कैंपस में अलग-अलग जगह पर जर्जर सड़कों का नवीनीकरण किया गया है। शेष सड़कों की मरम्मत जारी है। विश्वविद्यालय के अधीन विभिन्न छात्रावासों की जर्जर स्थिति को देखते हुए इंजीनियरों से भवनों के नवीनीकरण समेत अन्य पहलुओं को लेकर चर्चा कर योजना बनाई गई है। छात्र-छात्राओं की सुविधाओं को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय मुख्यालय में कार्यालय की जगह की कम को देखते हुए अधिकतर कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट किया गया है। सभी कार्यालयों को इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल मैदान बनाने की पहल शुरू
विवि कैंपस स्थित नागेंद्र झा स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैदान बनाने के लिए भारत सरकार को खेलो इंडिया प्रोजेक्ट के तहत प्रस्ताव भेजा गया है। विश्वविद्यालय मुख्यालय एवं स्नातकोत्तर विभाग में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। स्थापना के 50 वर्ष में प्रवेश के अवसर पर विश्वविद्यालय एवं इसके अंतर्गत महाविद्यालय में पूरे साल कार्यक्रम आयोजन करने का निर्णय लिया गया है।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही
सरकार के निर्देशानुसार एससी-एसटी के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है। भारत सरकार के निर्देश पर विश्वविद्यालय में जनगणना संग्रह केंद्र स्थापित की जा रही। लंबी प्रक्रिया के रुके हुए आश्रितों को अनुकंपा के तहत नियुक्ति की गई। कुल 58 पाल्यों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई है। विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सभी महापुरुषों के स्मारकों को विशेष सम्मान देने के लिए सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं के ऊपर छतरी का निर्माण कराया गया है।
बिहार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट की सूची में शामिल हुआ डब्ल्यूआइटी
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अधीन डा. एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिक संस्थान के विकास के लिए अब संस्थान को बिहार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट की सूची में शामिल किया गया है। संस्थान में नामांकन के लिए छात्राओं को अब बिहार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। कुलपति ने कहा विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाओं को त्वरित गति से संपन्न कराया जा रहा है।
एक साथ रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फार्म भरवाने का लिया निर्णय
विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार स्नातक में नामांकन के लिए 138350 छात्रों की चयन सूची एक बार में प्रकाशित की गई है। साथ ही बिहार का पहला विश्वविद्यालय है, जहां नामांकन के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन एवं परीक्षा फार्म भरने का निर्णय लिया गया है। इससे भविष्य में होने वाले सभी प्रकार के समस्याओं से विश्वविद्यालय एवं छात्रों को छुटकारा मिलेगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे कैंपस और कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
अटका स्नातक तृतीय खंड के 80 हजार परीक्षार्थियों का रिजल्ट
मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातक तृतीय खंड सत्र-2018-21 की परीक्षा के परिणाम का 80 हजार से अधिक परीक्षार्थियों को इंतजार है। यह परीक्षा सितंबर में ही संपन्न हुई थी। जिसका रिजल्ट अभी अबतक प्रकाशित नहीं हुआ है। पुरानी डाटा कंपनी और विवि प्रशासन दोनों ने डाटा संबंधित कार्यालय में टेंडर विवाद के बीच ताला जड़ दिया है। इसके बाद डाटा कंपनी ने कानूनी प्रक्रिया में जाकर छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया है।