लगातार हो रहे रिश्ते के ' खून ' ने बढ़ाई जिला पुलिस की चिंता, इस पर विराम लगाने के हो रहे ये उपाय
दिसंबर की तीन घटनाओं ने बढ़ाई आम आदमी की चिंता। पुलिस के लिए चुनौती भरा है सामाजिक रिश्तों के बीच निकले दरिंदों की पहचान करना।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पहले नौ साल के मासूम की हत्या। फिर 23 साल की युवती को उसी के पड़ोसी ने जिंदा जलाया। अभी इन दो घटनाओं के दर्द हिसाब हुआ भी न था कि पढ़ाई कर शहर से लौट रही दसवीं की एक छात्रा को तीन युवकों ने बैरिया में अपनी हवस का शिकार बना दिया। जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र में 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक 7 दिनों में पड़ोसी और पहचान के कारण अपने बने लोगों ने दरिंदगी की ऐसी कहानी गढ़ी कि 'अपनेपन' का खून हो गया। आम आदमी की चिंता बढ़ गई कि अब सामाजिक रिश्तों यथा पड़ोसी, मित्र और रिश्तेदारों के बीच बेटियां कैसे सुरक्षित रहें। पुलिस के लिए ये तीनों घटनाएं चुनौती भरी हैं। इनमें से बाद में हुईं दो घटनाओं में पुलिस को कामयाबी मिल चुकी है। लेकिन, पहली घटना अब भी अबूझ पहेली बनी हुई है। इन सबके बीच पूरे शहर में बेटियों की सुरक्षा आशंकाओं के बवंडर में फंस कर रह गई है। समाज में छिपे दरिंदों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी है।
केस वन
15 दिनों में नौ साल की बच्ची के हत्यारों तक नहीं पहुंची पुलिस
4 दिसंबर 2019 को अहियापुर पुलिस को कोल्हुआ ब्रह्मïस्थान के पास बोरे में बंद नौ साल के मासूम बच्ची की लाश मिली। इस मामले में बच्ची के स्वजनों ने स्थानीय थाने को सूचना दी कि वे लोग घर से बाहर गए थे। जब घर लौटे तो बच्ची घर पर नहीं थी। इस बीच बच्ची की लाश मिली। पीडि़त परिवार ने दुष्कर्म बाद हत्या की आशंका जताई। पुलिस द्वारा की गई जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह बात साफ हो गई कि बच्ची की हत्या गला घोंट की गई थी। एसएसपी जयंत कांत ने इस मामले में संलिप्त लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी करने का टास्क संबंधित थाने को दिया है। लेकिन, घटना के 15 दिन बाद भी बच्ची के हत्यारे पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
केस दो
युवती को जिंदा जलाने में संलिप्त लोगों को सलाखों तक पहुंचाने में पुलिस सफल
7 दिसंबर 2019 को अहियापुर में घर घुसकर पड़ोसी युवक ने सामाजिक रिश्ते का गला घोंटा। एक युवती को उसी के घर की छत पर जिंदा जला मार देने की कोशिश की। 93 फीसद जल चुकी युवती जब अस्पताल पहुंची तो उसके जिंदा बचने की उम्मीदों पर संकट के बादल मंडराने लगे। पुलिस सक्रिय हुई और घटना के तीसरे दिन मुख्य आरोपित राजा राय गिरफ्तार किया गया। घटना के सातवें दिन दूसरे आरोपित मुकेश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस तरह से पुलिस को इस मामले में आरोपितों को सलाखों के पीछे भेजने में सफलता मिली। अब पुलिस के लिए इस मामले में आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र समर्पित करना शेष है। जन उम्मीद के अनुरूप स्पीडी ट्रायल कराना शेष है।
केस तीन
10वीं की छात्रा से दुष्कर्म के मामले में एक की गिरफ्तारी
10 दिसंबर 2019 को शहर से पढ़ाई कर घर लौट रही दसवीं की छात्रा के साथ बैरिया स्थित एक व्यवसायी के मकान में तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले में पीडि़ता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आलोक में पुलिस ने जांच के में बाद मीनापुर के चौकीदार पुत्र कोइरी भरवा निवासी चंद्रशेखर यादव की गिरफ्तारी की। पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर लिया गया। मामले में यह बात सामने आई कि आरोपितों में शामिल एक युवक ने छात्रा को अपने झांसे में लेकर वहां पहुंचाया था। फिर अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। दो आरोपित फरार हैं। जिनकी खोज चल रही है।
इस बारे में मुजफ्फरपुर के नगर पुलिस अधीक्षक पीके मंडल ने कहा कि तीनों मामलों की जांच पुलिस कर रही है। नौ साल की मासूम की हत्या में कुछ लोगों की पहचान की गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। अहियापुर में युवती को जिंदा जलाने में लिप्त दो आरोपित जेल में हैैं। अब इस मामले में चार्जशीट दाखिल की जानी है। छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म में एक को जेल भेजा गया है। शेष दो समय रहते गिरफ्तार होंगे।