जिले के प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को दी चेतावनी, कार्यशैली सुधारें अन्यथा कार्रवाई के लिए रहें तैयार
उद्योग सह जिले के प्रभारी मंत्री श्याम रजक समाहरणालय में बैठक के दौरान शिक्षा पदाधिकारी के विरुद्ध मिली शिकायत पर बरसे ।कहा सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्यों को दें गति।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शिक्षा विभाग की लचर स्थिति पर उठाए गए सवाल पर उद्योग सह जिले के प्रभारी मंत्री श्याम रजक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को कार्यशैली में सुधार लाने को कहा। नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहने की हिदायत दी। उक्त बातें जिला कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री ने कही। उन्होंने कहा कि हर महीने दो विभागों की बैठक होगी। पदाधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्यों को गति दें। लापरवाही बरतने वाले वरीय व कनीय पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं होगा।
बैठक के दौरान मीनापुर विधायक समेत अन्य ने विद्यालयों में प्रबंध समिति का गठन नहीं होने का मामला उठाते हुए इसे चिंताजनक बताया। इस पर जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रबंध समिति की बैठक नियमित सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। मंत्री ने कहा कि विकास निधि की विद्यालय वार अद्यतन रिपोर्ट दो सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराएं। सरकार की विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं, नीतियों और कार्यक्रमों को पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ क्रियान्वियत करें, ताकि उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिल सकें।
आपूर्ति विभाग की मिली शिकायत
बैठक में मौजूद विधायकों ने आपूर्ति विभाग में योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता नही बरतने को लेकर प्रश्न उठाया। प्रभारी मंत्री ने डीएसओ को निर्देश दिया कि राशन दुकानों का नियमित निरीक्षण करें। अंत्योदय लाभुकों के सत्यापन में कोताही नहीं बरतें। अनाज के उठाव और वितरण में गड़बड़ी पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
विधायक का फोन नहीं उठाते सीडीपीओ
आइसीडीएस की समीक्षा के क्रम में डीपीओ द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 4006 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिसमें 2579 किराए के मकान में चल रहे हैं। विधायकों की शिकायत थी कि सीडीपीओ फोन नही उठाती हैं। इस पर प्रभारी मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि आम-आवाम का फोन नहीं उठाना चिंताजनक बात हैं। डीपीओ अपनी कार्यशैली सुधारें। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत राशि वसूली का मामला उठा। इस पर डीडीसी को जांच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।
नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि विशेष ड्राइव चलाकर नगर को अतिक्रमण से मुक्त करें। जल जीवन हरियाली अभियान की तैयारियों का जायजा लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य,कल्याण, पथ निर्माण, पीएचईडी, कृषि, सहकारिता, मनरेगा, शौचालय निर्माण, पथ प्रमंडल एक और दो, उत्पाद समेत अन्य विभागों की समीक्षा की। बैठक में विधायक महेश्वर यादव, विधायक नंद कुमार राय, विधायक बेबी कुमारी, विधायक केदार गुप्ता, विधाायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, प्रो.सुरेन्द्र राय, विधायक लालबाबू राम, पूर्व मंत्री रामविचार राय, विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत, नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा समेत सभी अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।