अजब-गजब : इस क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंची प्रवासी महिलाओं को पहनने के लिए थमा दी गई लुंगी, फिर...
प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ लोगों ने जताया आक्रोश। महिलाओं ने क्वारंटाइन केंद्र में सुविधाएं नहीं मिलने का लगाया आरोप।
दरभंगा, जेएनएन। दावों के विपरीत जिले के क्वारंटाइन सेंटरों में सुविधाओं की कमी है। कई जगह तो कर्मियों की लापरवाही के कारण प्रवासियों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। दरभंगा के बिरौल में भी कुछ वैसा ही हुआ। यहां क्वारंटाइन के लिए पहुंची महिलाओं को पहनने के लिए साड़ी की जगह लुंगी दे दी गई। जिससे वह असहज हो गईं।
कागजी खानापूर्ती का आरोप
देवकुलीधाम मध्य विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती महिलाओं को प्रशासन की लापरवाही के कारण साड़ी के बदले लुंगी दे दी गई है। इसको लेकर प्रशासन के विरुद्ध लोगों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही भोजन और नाश्ते के नाम पर कागजी खानापूर्ती का आरोप भी लगाया।
इस मामले को लेकर मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी के नेतृत्व में कई लोगों ने सीएम से लेकर डीएम तक शिकायत की है। मालूम हो कि इस केंद्र पर 10 दिनों से दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, बेंगलुरु, मुंबई से आए 40 प्रवासियों को भर्ती कराया गया है। पर, इन लोगों के लिए पंखा, प्रकाश, बिछावन सहित बुनियादी सुविधा युक्त किट उपलब्ध नहीं कराया गया है।
नाश्ता व अल्पाहार नहीं मिल रहा
क्वारंटाइन केंद्र में भर्ती लोगों ने बताया कि 10 दिनों से लोगों को भोजन के नाम पर दोनों समय चावल व दाल केवल दिया जा रहा है। चाय, नाश्ता व अल्पाहार नहीं मिल रहा है। रहने के लिए बिछावन भी नहीं है। पीडि़त लोग विद्यालय के उभर-खाभर फर्श पर बिना मच्छरदानी के इस उमस भरी गर्मी में समय काटने के लिए बाध्य हैं। केंद्र में रहने वाली सात महिलाओं ने बताया कि क्वारंटाइन केंद्र में कोई सुविधा नहीं मिल रही है। महिलाओं को साड़ी के बदले लुंगी दे दी गई है। इस केंद्र पर देवकुलीधाम, मिर्जापुर के ही ज्यादात्तर लोग हैं।
इस बीच इस समस्या को लेकर प्रदीप कुमार चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार, मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव, जिला पदाधिकारी को ईमेल, अनुमंडल पदाधिकारी व अंचलाधिकारी को मोबाइल से सूचना दी है। इस प्रतिनिधि मंडल में जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार मिश्र, अधिवक्ता प्रकाश झा, मणिकांत राय, लूटन ठाकुर व कपिल सदा भी शामिल थे।