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सीतामढ़ी की यह युवती क्‍यों कह रही...मनमीत जो घाव लगाए तो उसे कौन मिटाए

प्रेम विवाह के बाद तीसरे बरस में ही मंझधार में छोड़कर भागा पति । खुद को छला पाकर थाने पहुंची पीड़‍िता। दो बार कराया गर्भपात अब पति सास ससुर समेत ससुराल के अन्‍य लोगों पर कराई प्राथमिकी ।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 02:50 PM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 02:50 PM (IST)
सीतामढ़ी की यह युवती क्‍यों कह रही...मनमीत जो घाव लगाए तो उसे कौन मिटाए
घरवालों की उलाहनाओं को उनका प‍त‍ि भी बहुत द‍िनाेें तक नहीं झेल सका

सीतामढ़ी, जासं। प्रेम की हसीन दुन‍िया जब क‍िसी कारण से उजड़ जाए तो प्‍यार करने वाले पर क्‍या गुजरती है, यह सीतामढ़ी के सुनीता से बेहतर कौन बता सकती हैं? कसमों-वादों को र‍िश्‍ते का नाम देने के ल‍िए उन्‍होंने शादी की। कुछ द‍िन सब बेहतर ही चला लेक‍िन, कल्‍पना के अनुसार सबकुछ कहां हो पाता है। डुमरा थाना के अमघट्टा वार्ड नंबर-9 की रहने वाली सुनीता कुमारी की ज‍िंदगी को भी क‍िसी की नजर लग गई। ऐसा नहीं था क‍ि शादी के बाद सभी बेहतर ही चल रहा था। इस व‍िवाह का ससुराल वाले व‍िरोध कर रहे थे लेक‍िन, प‍त‍ि उनके साथ खड़ा था। वे उन परेशान‍ियों को इस उम्‍मीद के साथ जी रही थीं क‍ि एक द‍िन सब बेहतर हो जाएगा। मगर, घरवालों की उलाहनाओं को उनका प‍त‍ि भी बहुत द‍िनाेें तक नहीं झेल सका और हाथ छुड़ाकर चलता बना।

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कोर्ट-कचहरी का चक्कर लगा रही

इस झटके से पूरी तरह टूट चुकीं सुनीता न्‍याय पाने के ल‍िए थाने व कोर्ट-कचहरी का चक्कर लगा रही हैंं। उनकी ज‍िंदगी नारकीय होकर रह गई है। अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाली सुनीता का कहना है कि वह इन चक्‍करों में पड़ने से पहले आत्मनिर्भर थीं। अच्छी-खासी नौकरी कर रही थी। लेक‍िन, प्यार के इस पागलनपन ने कहीं का नहीं छोड़ा। प्रेमी के लिए अपने पर‍िवार को छोड़ा। अब ससुराल में भी ठौर नहीं है। पति कब का फरार हो चुका है। पुलिस भी मदद नहीं कर रही। थाने से एसपी ऑफिस तक का चक्कर लगाना रोज का काम हो गया है। सुनीता ने एससी/एसटी थाने में कांड दर्ज कराया है। जिसमें पति विमलेश कुमार स‍िंंह, सास वीणा देवी, गोतनी खूशबू देवी, जेठ अखिलेश स‍िंंह के अलावा राम स‍िंंह को इस मामले में आरोपित किया है। उन्‍होंने बताया कि एसपी अनिल कुमार से भी मिल चुकी हैंं, मगर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। उधर, केस के आइओ अनुसंधान के नाम पर कुछ नहीं कर रहा है।

यह है पूरा मामला

अमघट्टा के रामेश्वर पासवान की पुत्री सुनीता कुमारी सीतामढ़ी में ही एक मोटरकार शोरुम में रिसेप्शनिस्‍ट थींं। उधर, उसका पति विमलेश कुमार स‍िंंह भी एक कंपनी का फाइनेंस का काम देख रहा था। इसी दरम्यान नजदीकियां बढ़ींं। यह बात शादी तक जा पहुंचींं। दोनों ने घर वालों की रजामंदी से पहली जनवरी, 2018 को रामजानकी मंदिर मंदिर में शादी रचा ली। मगर, कुछ ही दिनों बाद ससुराली उसको प्रताडि़त करने लगे। इससे दो बार गर्भपात हो गया। तीसरी संतान गर्भ में पल रहा है, मगर इसके भी बचने की संभावना कम ही है। ससुराली रिश्ता तोडऩे का दबाव बनाने लगे थे। मगर, पति साथ खड़ा था। यह देखते हुए 1 जुलाई 2020 को कोर्ट मैरिज कर ली। मगर, उसके बाद पति का व्यवहार भी बदलने लगा। आखिरकार वह छोड़कर दिल्ली भाग गया। साथ ही उसकी कमाई के सात लाख पचहतर हजार रुपये व जेवर वगैरह भी ले गया।


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