प्रेमी के लिए प्रेमिका का रोचक कारनामा, देर रात मुजफ्फरपुर स्टेशन पर उतर पहुंच गई उत्तराखंड
पूर्वांचल एक्सप्रेस से गायब छात्रा उत्तराखंड में प्रेमी के साथ मिली।कोलकाता से दादा और मां संग जा रही थी सिवान देर रात मुजफ्फरपुर जंक्शन पर उतर पटना के रास्ते चली गई उत्तराखंड के गढ़वाल। बेगूसराय में एक सिम को बंद कर दूसरे प्रेमी से करती रही बात।
मुजफ्फरपुर, जासं। कहते हैं प्यार अंधा होता है इस पर किसी का जोर नहीं चलता। प्रेमी युगल एक दूसरे के लिए मर मिटने को तैयार हो जाते हैं। इश्क में न दिन दिखता है न रात। इसी तरह की एक रोचक घटना मुजफ्फपुर स्टेशन पर सामने आयी है। एक युवती कोलकाता से जा रही थी सिवान, प्रेमी के एक बार कहने पर आधी रात को मुजफ्फरपुर स्टेशन पर ही उतर गई।
बताते चले कि कोलकाता से पूर्वांचल एक्सप्रेस से मां और दादा के साथ अपने घर सिवान जाने के दौरान दो अगस्त को मुजफ्फरपुर से लापता छात्रा उत्तराखंड के गढ़वाल में प्रेमी संग मिली। इसकी सूचना पर महिला जीआरपी गढ़वाल के चमोली के लिए रवाना हो गई है। विदित हो कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर डेढ़ बजे रात में ट्रेन रुकने पर छात्रा प्रेमी के कहने पर उतर गई। साथ चल रहे दादा एवं मां रात होने के कारण सो गए थे।
हाजीपुर से आगे मां की आंख खुली तो बेटी को नहीं देखा। शुरू में लगा कि वाशरूम गई होगी। काफी देर तक नहीं आने पर पूरी ट्रेन में तलाशी ली गई। उसका मोबाइल भी स्विच आफ था। सिवान में उतरकर दादा फिर मुजफ्फरपुर लौटे। इस बीच छात्रा का भाई भी पहुंचा। जीआरपी ने मोबाइल को सर्विलांस पर डाला तो पता चला बेगूसराय में ही मोबाइल स्विच आफ हो गया था।
थानाध्यक्ष दिनेश कुमार साहू ने सीसी कैमरे से लेकर काल डिटेल को खंगाला तो सच सामने आ गया। घर वालों को शक नहीं हो इसके लिए छात्रा दूसरे सिम से प्रेमी से बात करती थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्लान के अनुसार छात्रा मुजफ्फरपुर जंक्शन पर उतर गई। यहां प्रेमी के साथ बस से पटना चली गई। वहां से ट्रेन पकड़कर उत्तराखंड चली गई। छात्रा के भाई की शिकायत पर जीआरपी थाने में प्राथमिकी अंकित की गई है। यहां आने के बाद कोर्ट में उसका बयान कराया जाएगा।
काफी देर तक वेटिंग हाल करती रही इंतजार
दो अगस्त की देर रात डेढ़ बजे छात्रा ट्रेन से उतरकर काफी देर तक प्रेमी का इंतजार करती रही। उत्तराखंड जाने के लिए कभी अनारक्षित टिकट काउंटर तो कभी पूछताछ के समीप जाकर ट्रेन के बारे में पता कर रही थी। उस रूट की ट्रेन नहीं मिलने पर वह प्रेमी के इंतजार में सुबह तक प्रतीक्षालय में बैठी रही। प्रेमी के आने पर वह बस पकड़कर पटना निकली।