कॉलेजों की संबद्धता रद होने से लाखों छात्रों का भविष्य अधर में Muzaffarpur News
शिक्षक नेताओं का भड़का आक्रोश बिहार बोर्ड के अध्यक्ष हों बर्खास्त। संबद्धता रद करने से छात्र-शिक्षक कहां जाएंगे उनका क्या होगा बढ़ी चिंता।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मुजफ्फरपुर समेत छह जिलों के संबद्ध एवं प्रस्वीकृत इंटर कॉलेजों की संबद्धता रद करने के बाद शिक्षक आंदोलन के मूड में आ गए हैं। विधान पार्षद डॉ. संजय कुमार सिंह ने इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। कहा कि बोर्ड के इस तुगलकी फरमान से राज्य के 15 लाख छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से निर्णय पर तत्काल रोक लगाने एवं अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की है।
उधर, एमडीडीएम की प्राचार्य डॉ. ममता रानी ने कहा कि मध्य सेशन में मुजफ्फरपुर समेत छह जिलों के 91 संबद्ध एवं प्रस्वीकृत इंटर कॉलेजों की संबद्धता रद करने से छात्र-शिक्षक कहां जाएंगे, उनका क्या होगा। एक तरफ सरकार नए कॉलेजों को दनादन संबद्धता दे रही है और दूसरी ओर वर्षों से चल रहे कॉलेज की संबद्धता खत्म कर क्या साबित करना चाहती है। दुर्गापूजा अवकाश के तुरंत बाद शिक्षा मंत्री से मिलकर संबद्धता बहाल करने की मांग करेंगी। शिक्षक-छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
बोर्ड का यह कदम छात्र-शिक्षक दोनों के हित के विपरीत है। एलएस कॉलेज की रसायन विभागाध्यक्ष डॉ. शशि कुमारी सिंह ने कहा कि इसे अविलंब वापस लिया जाए। अन्यथा सरकार, शिक्षकों के विरोध और बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे। जिस समाज में शिक्षक प्रताडि़त होंगे उस समाज का विकास कैसे होगा। शिक्षक विरोधी फैसले को अविलंब वापस लिया जाए। यह शिक्षकों के मान-सम्मान एवं रोजी रोटी पर प्रहार है।