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Muzaffarpur Weather Forecast : मुजफ्फरपुर में सुबह में रहेगा कुहासा, ठंड का असर नहीं होगा कम

मौसम में ठंड का असर जारी है। रविवार को दिन में धूप निकली लेकिन राहत नहीं मिली। कनकनी बरकार रही। न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा। अभी कुछ दिनों तक सुबह में घना कुहासा छाएगा।

By Edited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 01:31 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 06:23 AM (IST)
Muzaffarpur Weather Forecast : मुजफ्फरपुर में सुबह में रहेगा कुहासा, ठंड का असर नहीं होगा कम
अभी कुछ दिनों तक सुबह में घना कुहासा छाएग।

मुजफ्फरपुर, जासं। मौसम में ठंड का असर जारी है। रविवार को दिन में धूप निकली लेकिन राहत नहीं मिली। कनकनी बरकार रही। न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम के मानक पर जिले को ऑरेंज जोन में रख गया है। मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अभी कुछ दिनों तक सुबह में घना कुहासा छाएगा और ठंड का असर कम होने के आसार नहीं हैं। कोहरे ने राहगीरों को परेशान रखा : रविवार सुबह से ही घने कुहासे का असर रहा। कोहरे के कारण राहगीर परेशान दिखे। वहीं जगह-जगह लोग राहत के लिए अलाव जलाते रहे तो घरों में हीटर सहारा बना।

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ठंड का आगे भी रहेगा असर

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी डॉ. ए सत्तार ने बताया कि अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम तापमान 17 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। इस बीच सात से 12 किलोमीटर की रफ्तार से पछिया हवा चलने की उम्मीद है। डॉ. सिंह ने कहा कि जम्मू-काश्मीर में लगातार बर्फबारी व पछिया हवा चलने के कारण ठंड बढ़ रही है। पश्चिमी विक्षोभ की पूर्ण सक्रियता एवं पछिया हवा चलने के कारण ठंड व कुहासे का असर आगे भी रहेगा। सुबह एवं शाम में घना से मध्यम कुहासा छाए रहेगा। सूर्य प्रकाश देर से निकलने की संभावना है।

कृषकों के लिए उपयोगी सुझाव

आलू की फसल पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौसम में आलू में झुलसा रोग की आशंका रहती है। आलू की फसल में समय से दवा का छिड़काव करें। -अपने खेतों में नमी बनाए रखे। - समय से बोयी गई गेहूं की 40 से 50 दिनों की फसल में दूसरी सिंचाई एवं अगात बोयी गई फसल जो 60 से 65 दिनों की हो गई है उसमें तीसरी सिंचाई के लिए इंतजार कर सकते हैं। मक्के की फसल में आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें। -- सरसों की फसल में लाही कीट की नियमित रूप से निगरानी करें। फसल पर अगर लाही कीट का प्रकोप देखा जाए तो दवा का छिड़काव करें। --अपने पश़ुओं को गर्म आहार के साथ ठंड से बचाव के उपाय करें। उनको बाहर में नहीं रखें। जहा पर ठंड न लगे वैसी जगह उनको बाधना चाहिए। उन्हें समुचित आहार दें। स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी : सदर अस्पताल के मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. एसके पांडेय ने कहा कि इस मौसम में ब्लड प्रेशर, हार्ट के मरीज दवा का सेवन करते रहें। बाहर निकलते समय शरीर पर पर्याप्त गर्म कपड़े रहने चाहिए।


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