शहरी क्षेत्र में प्रतिनियुक्त शिक्षक भेजे जाएंगे गांव, तबादले के लिए शिक्षा विभाग ने तैयार की नीति
ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों की कमी को शहरी क्षेत्र में जमे शिक्षकों के तबादले से पूरी की जाएगी। प्रत्येक प्रखंड से शिक्षकों व छात्रों की संख्या की मांगी गई जानकारी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों के शिक्षकों की कमी पूरी करने की कवायद शुरू कर दी है। जिले के प्रभारी मंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा है। इसमें विद्यालयों में शिक्षकों व छात्रों की संख्या पर रिपोर्ट मांगी गई है।
आवश्यकता से अधिक शिक्षक
पत्र में कहा गया है कि जिले के कतिपय मुख्यालय स्थित/मुख्य सड़कों पर स्थित विद्यालयों में अनुपातिक रूप से अन्य विद्यालयों की तुलना में कहीं अधिक शिक्षक पदस्थापित / प्रतिनियुक्त हैं। इससे इन विद्यालयों में कई विषयों की आवश्यकता से अधिक शिक्षक रहते हैं, जो प्लस हैं वे शिक्षण कार्य से विरत रहते हैं।
वहीं जहां सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक जाना पसंद नहीं करते हैं और ऐसे विद्यालयों में मात्र एक या दो शिक्षक ही कार्यरत हैं और बच्चों की संख्या अधिक है तो उन बच्चों को शिक्षण का लाभ नहीं मिल पाता है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी विभागीय दिशा निर्देश प्राप्त हुआ है। शिक्षक छात्र अनुपात को बरकरार रखते हुए विद्यालयों में शिक्षकों का युक्तिसंगत समायोजन किया जाए। लेकिन, इसका पालन सख्ती से नहीं हुआ।
प्रारूप में मांगी गई है सूचना
प्रखंड का नाम, विद्यालय का नाम, वास्तविक खाली सीटों की संंख्या, पदस्थापित शिक्षकों की संख्या, प्रतिनियुक्त शिक्षकों की संख्या, कुल शिक्षकों की संख्या, कुल छात्रों की संख्या व शिक्षक छात्र का अनुपात है।