बालिका गृह मामला : 11 लड़कियों की हत्या के सुबूत जुटाने को दौड़ लगा रही सीबीआइ
कई बार बाल संरक्षण इकाई व एसकेएमसीएच जाकर सीबीआइ खंगाल चुकी हैं फाइलें। मामले में हत्या की धारा जोडऩा चाह रही सीबीआइ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह कांड में 11 लड़कियों के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के दावे के सुबूत जुटाने को सीबीआइ दौड़ लगा रही है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग से जुड़े बाल संरक्षण इकाई से लेकर एसकेएमसीएच तक कई बार जाकर फाइलों को खंगाला। इस कवायद से अब तक कोई ठोस सुबूत मिला हो, इसकी पुष्टि अब तक सीबीआइ ने नहीं की है। सिकंदरपुर श्मशान घाट परिसर की खोदाई में सीबीआइ को मानव कंकाल मिला था। इसके नमूने की जांच के लिए सीएफएसएल भेजा। इसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है।
लड़कियों ने हत्या किए जाने का लगाया था आरोप
सीबीआइ जांच से पहले पुलिस को भी लड़कियों की हत्या कर बालिका गृह परिसर में दफन किए जाने की बात बताई गई थी।
कराई गई थी खोदाई
लड़कियों के दावे को देखते हुए पिछले साल 23 जुलाई को पुलिस ने बालिका गृह के चिह्नित स्थानों की खोदाई कराई थी, हालांकि तब वहां कोई साक्ष्य नहीं मिले थे। जब मामले की जांच सीबीआइ ने शुरू की तो उसके समक्ष भी ऐसी बातें आईं। मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के नौकरों ने भी लड़कियों की हत्या कर सिकंदरपुर श्मशान घाट में दफन करने व बूढ़ी गंडक नदी में फेंकने का सीबीआइ के समक्ष दावा किया था।
पिछले साल तीन अक्टूबर को सीबीआइ ने सिकंदरपुर श्मशान घाट परिसर के चिह्नित स्थान पर खोदाई कराई। वहां से मानव कंकाल मिले थे। इसे सीएफएसएल जांच के लिए भेजा गया। ब्रजेश के नौकरों के दावे को देखते हुए सीबीआइ बूढ़ी गंडक नदी के अखाड़ाघाट व इसके आसपास के क्षेत्र मेें नदी में उतर कर शव को ढूढऩे का प्रयास किया, लेकिन यह नहीं मिला था।
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