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Madhubani: पिरौखर गांव में धौंस नदी का टूटा सुरक्षा तटबंध लोगों की बढ़ा रहा चिंता, बाढ़ आई तो मचेगी तबाही

एक साल बाद भी पिरौखर में टूटे तटबंध की नहीं हुई मरम्मत बाढ़ आई तो मचेगी तबाही। बांध टूटे रहने से दो दर्जन गांवों की हजारों की आबादी को सता रहा जानमाल का खतरा। लगातार हो रही बारिश से बढ़ी बाढ़ की आशंका आवश्यक सामान जुटाने लगे लोग।

By Murari KumarEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 02:55 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 02:55 PM (IST)
Madhubani: पिरौखर गांव में धौंस नदी का टूटा सुरक्षा तटबंध लोगों की बढ़ा रहा चिंता, बाढ़ आई तो मचेगी तबाही
पिरौखर गांव में धौंस नदी का टूटा तटबंध

मधवापुर (मधुबनी), जासं। मानसून की दस्तक के साथ ही प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। प्रखंड क्षेत्र में धौंस नदी के सुरक्षा तटबंधों के क्षतिग्रस्त रहने के कारण स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। संभावित बाढ़ की आशंका से लोगों की धड़कनें तेज हो चुकी है। लोगों ने बाढ़ की संभावना को देखते हुए अगले तीन माह के लिए खाद्य सामग्री व अन्य आवश्यक वस्तुओं का संग्रह करना शुरू कर दिया है। लोगों के जेहन से अभी पिछले साल आई बाढ़ की विनाशलीला गई भी नहीं थी कि एक बार फिर उन पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बांधों की मरम्म्त नहीं होने से लोगों में संबंधित विभाग व प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी है, लेकिन फिलहाल लोग अपने जानमाल की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और वैकल्पिक व्यवस्था में जुट गए हैं।

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पिछले साल 17 जगहों पर टूटा तटबंध :

प्रखंड क्षेत्र में पिछले वर्ष अगस्त माह में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान धौंस नदी के दोनों किनारों के सुरक्षा तटबंधों को काफी क्षति पहुंची। 17 किलोमीटर में फैला यह सुरक्षा तटबंध मधवापुर से त्रिमुहान तक 17 जगहों पर टुटकर क्षतिग्रस्त हो गया। ध्वस्त हुए तटबंधों की मरम्मत के प्रति विभाग एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की ओर से बरती गई लापरवाही व उदासीनता के चलते इन बांधों की मरम्मत ठीक से नहीं हो सकी। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। हालांकि, कई जगहों पर तटबंध की मरम्मत की गई, लेकिन कई जगहों पर मरम्मत के प्रति उदासीनता बरती गई जो इस साल लोगों पर भारी पड़ सकती है।

पकरी गांव में दो जगह टूटा था तटबंध :

बता दें कि पिछले वर्ष आई प्रलयंकारी बाढ़ के दौरान धौंस नदी का दोनों किनारों का सुरक्षा तटबंध प्रखंड के विशनपुर पंचायत के पकरी गांव में दो जगह, त्रिमुहान गांव में एक सहित कुल चार जगहों पर करीब 10 से 15 फीट की दूरी में टूट गया। तरैया पंचायत में दो जगह, साहरघाट दक्षिणी में बसवरिया एवं खिरोजनी टोल के पास, पिहवारा पंचायत में कोरिया टोल के पास, मुखियापट्टी पंचायत में जिलाटोल के नजदीक, वासुकी बिहारी दक्षिणी पंचायत के ब्रह्मपुरी गांव के पास एवं मधवापुर पंचायत में विरीत गांव के सामने सहित 10 जगहों पर सुरक्षा तटबंध ध्वस्त हो चुका था। इन जगहों पर मरम्मत हो चुकी है।

दो दर्जन गांवों पर मंडरा रहा खतरा :

पिरौखर गांव में धौंस नदी का टूटे सुरक्षा तटबंध का एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मरम्मत कराना विभाग व प्रशासनिक पदाधिकारियों ने उचित नहीं समझा। यदि बाढ आई तो धौंस नदी के क्षतिग्रस्त सुरक्षा तटबंधों से विशनपुर, त्रिमुहान, पकड़ी, पकड़शाम, तरैया, अबारी, करहूंआघाट, पिहवारा, बैंगरा, मिन्ती, सलेमपुर, बोकहा, पतार, उतरा, पहिपुरा, मुखियापट्टी, रैमा, जिलाटोल, केरवा, ब्रह्मपुरी, दुर्गापट्टी, विरीत, रामपुर सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में तबाही मचेगी। इन गांवों के लोग बाढ़ आने की आशंका से अभी से ही भयभीत हैं।

बाढ़ की आशंका से लोग भयभीत :

विशनपुर के ग्रामीण संजय यादव, सलेमपुर के मुखिया देवेंद्र यादव, पिहवारा पंचायत के अनिल साह, मधवापुर पंचायत के सरपंच बलराम कुमार झा सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि इस बार यदि बाढ़ आई तो अधिक तबाही मचेगी और लोग बेघर हो जाएंगे। लोगों ने कहा कि मानसून आ चुका है, लेकिन क्षतिग्रस्त तटबंधों पर एक टोकरी मिट्टी तक डालना संबंधित विभाग व प्रशासन ने उचित नहीं समझा। जिससे लोग बाढ़ आने की आशंका में भयभीत दिख रहे हैं।

इस बाबत सीओ रामकुमार पासवान ने बताया कि क्षतिग्रस्त सुरक्षा तटबंधों की मरम्मती के लिए पिछले एक माह पूर्व आपदा प्रबंधन विभाग एवं उच्चाधिकारियों को लिखा जा चुका है। तटबंधों पर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है।


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