पंखे से लटक युवक ने दी जान, पत्नी एवं बच्चों का ..
दरभंगा, विश्वविद्यालय थाने क्षेत्र के लक्ष्मीसागर मोहल्ले स्थित रोड नंबर पांच में एक युवक ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया।
मुजफ्फरपुर। दरभंगा, विश्वविद्यालय थाने क्षेत्र के लक्ष्मीसागर मोहल्ले स्थित रोड नंबर पांच में एक युवक ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की शिनाख्त स्थानीय स्व.त्रिभुवन प्रसाद श्रीवास्तव के पुत्र राकेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ मुन्ना (35) के रूप में की गई है। थानाध्यक्ष अजयनाथ झा ने घटनास्थल पहुंचकर फंदे से शव को नीचे उतारा। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। मृतक भाई में अकेला था। उसकी एक बहन है। घटना को लेकर मृतक की पत्नी सुनीता कुमारी व उसके दो छोटे-छोटे बच्चे दहाड़ मारकर रो रहे थे। पत्नी ने बताया कि रात्रि में सब कुछ ठीक ठाक था। सुबह में अपने पति को बिस्तर पर नहीं पाई। इसके बाद बाहर दरवाजा पर खोजने गई। वहां नहीं मिलने पर छत पर देखने गई। लेकिन, वहां भी नहीं मिले। परेशान होकर नीचे उतरे गई। इस बीच एक कमरा बंद मिला। आवाज देने पर कोई जवाब नहीं मिला। पत्नी ने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। बावजूद, अंदर से गेट नहीं खुला। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से गेट को तोड़ा गया। अंदर का ²श्य देख सभी हैरान हो गए। राकेश उर्फ मुन्ना फंदा से लटका हुआ मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। बताया जाता है कि आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद है। मृतक के पिता रेलवे में नौकरी करते थे। लेकिन, सेवानिवृत्त बाद उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक की मां स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त के बाद लगातार बीमार रहने लगी। उन्हें डर लगने लगा कि उनकी पुत्री की शादी कैसे होगी। उनका पुत्र इस जवाबदेही को उठा पाएगा या नहीं यह सोचकर अपना मकान पुत्री के नाम से रजिस्ट्री कर दी। इसके बाद मृतक और उसकी पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया। पत्नी का कहना था कि उस मकान की रजिस्ट्री वापस अपने नाम से कराए। लेकिन, वह पत्नी की बातों पर ध्यान नहीं देता था। यह विवाद पति-पत्नी के बीच केस मुकदमा तक पहुंच गया। इस बीच मृतक को नौकरी होने वाली थी। इसके बाद वह तत्कालीन डीएसपी दिलनवाज अहमद से मिलकर आपसी समझौता की पहल की। धीरे-धीरे उसमें वह कामयाब हो गया। पति-पत्नी एवं बच्चे साथ रहने लगे। लेकिन, सब कुछ ठीक होने के बाद आत्महत्या करने के पीछे क्या कारण है यह समझ से परे है। बहरहाल, थानाध्यक्ष झा ने अनुसंधान करने की बात कही है।