Move to Jagran APP

16 वर्षीया किशोरी को फोन कर घर से बुलाया, एक सप्ताह बाद पोखर में मिली उसकी लाश, जानें पूरी घटना

नौ जनवरी की रात आरोपित के फोन आने पर घर से निकली थी। स्वजनों ने शव के साथ छह घंटे तक स्टेट हाईवे किया जाम।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 02:58 PM (IST)
16 वर्षीया किशोरी को फोन कर घर से बुलाया, एक सप्ताह बाद पोखर में मिली उसकी लाश, जानें पूरी घटना
16 वर्षीया किशोरी को फोन कर घर से बुलाया, एक सप्ताह बाद पोखर में मिली उसकी लाश, जानें पूरी घटना

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। थाना क्षेत्र के अहियापुर निवासी रामप्रवेश बैठा की अपहृत पुत्री 16 वर्षीय रानी कुमारी का शव बुधवार की सुबह भतहंडी पोखर में उपलाता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोखर से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा। इधर, घटना ये आक्रोशित लोगों ने शव रख कर भतहंडी चौक पर स्टेट हाईवे 74 को जाम कर दिया।

loksabha election banner

मछुआरों की लाश मिली

बात दें कि बुधवार की अलसुबह पोखर में मछली मारने गए मछुआरों की नजर पानी में उपलाते किशोरी के शव पर पड़ी। मछुआरों की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने मृतका की पहचान रामप्रवेश बैठा की अपहृत पुत्री रानी कुमारी के रूप में की। वह केसरिया मठ राम जानकी इंटर महाविद्यालय की छात्रा तथा तीन भाइयों के बीच इकलौती बहन थी।

फोन आने पर घर से निकली

आशंका जताई जा रही है कि रानी की कहीं अन्यत्र हत्या कर शव को हत्यारों ने पोखर में फेक दिया था। सनद रहे कि मृतका के पिता ने 14 जनवरी 2020 को इस संबंध में थाने में आवेदन दिया था। वर्णित किया कि 9 जनवरी की रात 8 बजे रानी को मोबाइल पर फोन आया था। उस वक्त वह अपनी मां लक्ष्मी देवी के साथ घर में सो रही थी। मां ने पूछा तो रानी ने बताया कि गांव के नंदकिशोर यादव के पुत्र मनीष कुमार का फोन है। यह कहते वह घर से बाहर निकल गई।

देर तक नहीं लौटी

कुछ देर व्यतीत होने पर जब रानी घर नही लौटी तो परिजन उसे देखने बाहर निकले, लेकिन दूर-दूर तक उसका पता नहीं था। तब किशोरी के पिता नंदकिशोर यादव के घर पहुंचे तथा उनके बेटे मनीष कुमार की करतूत सुनाई। नंदकिशोर यादव आगबबूला हो गया तथा धमकी देते किशोरी के परिजनों को भगा दिया।

पिता ने लगाया अपहरण का आरोप

किशोरी के पिता ने आरोप लगाया कि बेटी का अपहरण कर नंदकिशोर यादव, उसके पुत्र मनीष कुमार तथा सहयोगियों ने हत्या कर शव को पोखर में फेंक दिया। शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस सक्रिय नही हुई। यदि पुलिस सक्रिय हो जाती तो रानी को बरामद कर उसकी जान बचाई जा सकती थी।

विरोध में जाम

घटना की सूचना पर एसडीपीओ सरैया राजेश कुमार शर्मा एसएसबी जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तथा उनके आश्वासन पर छह घंटे बाद जाम हटाकर शव को पोस्टमार्टम में भेजा गया। एसडीपीओ ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हत्यारों को गिरफ्तार कर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.