मुजफ्फरपुर में मनचलों का आतंक चरम पर, हर दिन हो रहीं घटनाएं, दहशत में आधी आबादी
स्कूल-कॉलेज जाने वाली छात्राओं को हमेशा सताता रहता छेड़खानी का डर।शिकायत मिलने पर पुलिस कर देती अनसुना डर से नहीं निकलतीं घर से।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में मनचलों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इससे आधी आबादी दहशत में है। हर दिन कहीं न कहीं छेड़खानी की घटनाएं आम बात हो गई है। कुछ तो शिकायत करने थाना तक जाती हैं, वहीं कुछ बदनामी के डर से मुंह बंद कर चुपचाप सबकुछ सहती हैं। मामला बढऩे पर घर से निकलना ही बंद कर देती हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी कौन लेगा? मनचलों के आतंक से उन्हें कौन छुटकारा दिलाएगा?। सही मायने में इसका जवाब पुलिस के पास भी नहीं है।
जिले में बढ़ती हुई छेड़खानी और दुष्कर्म की घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। इसका ताजा उदाहरण अहियापुर में युवती को जिंदा जलाने का है। इस मामले में पुलिस ने जिस तरह से हीलाहवाली की। उसी का नतीजा रहा है कि आरोपितों ने उसे जिंदा जला दिया। अगर तीन साल पूर्व (जिस समय वह पहली बार थाना पर शिकायत करने गई थी) पुलिस ने संज्ञान लिया होता तो शायद जिले को कलंकित करने वाली वारदात नहीं होती।
पहली बार में नहीं सुनती पुलिस
छेड़खानी की शिकायत मिलने पर पहली बार में पुलिस भी संज्ञान नहीं लेती है। मामला बढऩे या वरीय अधिकारियों के दबाव पर कार्रवाई होती है। इसका अंजाम पीडि़ताओं को भुगतना पड़ता है। पुलिस की शिथिल कार्यशैली से मनचलों का मनोबल बढ़ता जाता है और वे धमकी देने से लेकर हमला तक कर देते हैं।
गड़ासा से छात्रा पर हुआ था हमला
अहियापुर में तीन माह पूर्व एक छात्रा के साथ छेड़खानी हुई। विरोध करने पर आरोपितों ने उसके घर पर हमला कर दिया था। छात्रा पर गड़ासा से वार कर उसे घायल कर दिया था। उसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने उसका बयान दर्ज किया। नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई। लेकिन, गिरफ्तारी नहीं हुई। इसके बाद भी पीडि़ता को कई बार केस उठाने की धमकी मिलती रही। वहीं मिठनपुरा में चार माह पूर्व की एक छात्रा को छेड़खानी का विरोध करने पर आरोपित मनचले ने तेजाब फेंककर चेहरा जला देने की धमकी दी थी। इसके बाद उसने कोचिंग जाना ही छोड़ दिया।
आंख बंद कर चली जाती पुलिस
कलमबाग रोड, मिठनपुरा क्लब रोड, भगवानपुर, ब्रह्मपुरा में कोचिंग सेंटर के आसपास मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस गश्ती उधर से गुजरती है। लेकिन, आंख बंद कर आगे बढ़ जाती है। थाना स्तर से कभी कार्रवाई नहीं होती है। वरीय अधिकारियों के संज्ञान में जब मामला पहुंचता है तब मनचलों की खोज खबर ली जाती है।
महिला सिपाही से हुई थी छेड़खानी
इस साल कांवरिया ड्यूटी में कफेन में तैनात महिला सिपाही से एक मनचले ने छेड़खानी की। उसने विरोध किया तो धमकी देने लगा। इस पर अन्य पुलिसकर्मियों ने आरोपित को दबोच लिया। महिला सिपाही के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित को जेल भेजा गया।
इस बारे में प्रभारी सिटी एसपी पीके मंडल ने कहा कि छेड़खानी करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संस्थान के बाहर जमावड़ा लगाने वाले के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिन मामलों में शिकायत मिलती है, उसमें पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है।
छह माह में हुई छेड़खानी की घटनाएं
- पताही में कॉलेज से घर लौट रही छात्रा से छेड़खानी, विरोध करने पर पिटाई, शिकायत नहीं।
- कलमबाग रोड में कोचिंग से घर लौट रही स्कूटी सवार छात्रा से छेड़खानी, प्राथमिकी नहीं।
- बीबीगंज गुमटी पर कोचिंग कर लौट रही छात्रा का बाइक सवार मनचलों ने खींचा दुपट्टा, विरोध पर की पिटाई
- क्लब रोड में कॉलेज से निकली छात्रा की स्कूटी में मारी ठोकर, विरोध करने पर की अश्लील हरकत, शिकायत नहीं।
- लक्ष्मी चौक पर छात्रा का हाथ पकड़ा, विरोध करने पर थप्पड़ जड़ा
- ब्रह्मपुरा इलाके में कंप्यूटर संस्थान से घर लौट रही छात्रा के साथ छेड़खानी, आरोपित को जेल।