महानगर राजद चुनाव में जमकर हंगामा
महानगर राजद के चुनाव में जमकर हंगामा व नारेबाजी हुई।
मुजफ्फरपुर। महानगर राजद के चुनाव में जमकर हंगामा व नारेबाजी हुई। तनाव के बीच चुनाव पर्यवेक्षक पूर्व विधायक हरे कृष्ण यादव ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व राज्य निर्वाचन पदाधिकारी पूर्व मंत्री तनवीर हसन से मार्गदर्शन मांगा। मुख्यालय से संपर्क करने के बाद मीडियाकर्मियों से अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर वह सीधे पटना के लिए रवाना हो गए। इससे पहले राई व वसीम समर्थक जमे रहे। कई बार मारपीट की हालत बनी, लेकिन जिला के वरीय नेता रमेश गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। पर्यवेक्षक के जाने के बाद तनाव के बीच कार्यकर्ता वापस हुए। इधर, पूर्व महानगर राजद अध्यक्ष राई शाहिद एकबाल मुन्ना ने फैसला मानने से इन्कार करते हुए कहा कि पर्यवेक्षक ने सात को पत्र जारी करने की बात कही है। चुनाव के सहायक निर्वाची सहयोगी संजीव यादव नहीं पहुंच पाए।
इस तरह चली गहमागहमी
महानगर राजद अध्यक्ष चुनाव को लेकर दोपहर दो बजे से पांच बजे तक महानगर राजद कार्यालय के पास दावेदार जुटे। पांच कार्यकर्ताओं ने नामांकन किया, जिसमें राई शाहिद एकबाल, वसीम अहमद मुन्ना, अजय राम, बिनोद राम पप्पू, मो. नईम ने अध्यक्ष की दावेदारी की। पर्यवेक्षक के साथ जिला के वरीय नेता एकता बनाने की पहल करने लगे। तय हुआ कि पांच दावेदार आपस में बैठकर सलाह करें। पांचों लोग एक साथ बैठे। इसमें मो.नईम व बिनोद राम पप्पू ने राई शाहिद एकबाल मुन्ना के समर्थन में नाम वापस कर लिया। अंत में तीन दावेदार बचे। निवर्तमान महानगर अध्यक्ष वसीम अहमद मुन्ना व पूर्व महानगर अध्यक्ष राई शाहिद एकबाल मुन्ना आमने-सामने डटे रहे। चुनाव के समय पार्टी के वरीय नेता बिनोद यादव, अनिल महतो, रमेश गुप्ता, सुरेश राम भोला आदि लगातार वहां कैम्प करते रहे।
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बयान
चुनाव में ज्यादातर कार्यकर्ता वसीम अहमद मुन्ना के पक्ष में रहे। राज्य मुख्यालय ने भी कहा कि जहां जो पुराना है उसके साथ कार्यकर्ता हैं, वे नाम एलान करें। पूरी तरह से राय-विचार करने के बाद वसीम अहमद को अध्यक्ष चुना गया।
-हरेकृष्ण यादव, चुनाव पर्यवेक्षक, राजद
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इनसेट
पिछले साल भी रहा जोरदार मुकाबला : पिछले साल संगठन चुनाव में भी चार दावेदार सामने आए जिसमें राई शाहिद एकबाल मुन्ना, वसीम अहमद मुन्ना, अली रजा अंसारी, जावेद अख्तर गुडडू का नाम शामिल रहा। काफी हंगामा हुआ और मामला राज्य मुख्यालय तक गया। इसमें भी सुप्रीमो के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
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इनसेट
प्रत्याशियों ने लगाए आरोप
महानगर राजद अध्यक्ष पद प्रत्याशी व पूर्व अध्यक्ष राई एकबाल मुन्ना ने आरोप लगाया कि यह सब पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के दबाव में आकर किया गया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तक शिकायत की जाएगी। वहीं, दूसरी ओर प्रत्याशी अजय राम ने भी फैसले को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए आरोप लगाया कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री के इशारे पर सबकुछ किया गया।