अजय पांडेय ने पुलिस को बताए कई राज, निशाने पर थे कई अधिकारी व ठेकेदार
जयप्रकाश हत्याकांड में जेल भेजे जाने से पूर्व पूछताछ में अजय व उसकी पत्नी ने खोले राज। मोबाइल का खंगाला गया कॉल डिटेल्स।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। हार्डवेयर व्यवसायी जयप्रकाश हत्याकांड में जेल भेजे गए रामबाग के अजय पांडेय एक नहीं कई वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था। पुलिस पूछताछ में उसने कई राज की बात अधिकारियों को बताई। उसने अपनी प्लानिंग के बारे में सबकुछ बताया। अजय के साथ उसकी पत्नी ने भी कई बातों को पुलिस के समक्ष उजागर किया। पुलिस का कहना है कि अजय पूर्व से संदिग्ध गतिविधि में शामिल रहा है। अपहरण के मामले में वह पहले भी आरोपित रहा है। जेल से निकलने के बाद वह सामाजिक कार्यकर्ता का चोला पहनकर उसकी आड़ में अपना धंधा भी कर रहा था। लेकिन, इनदिनों ज्यादा पैसा कमाने की नीयत से उसने पटना व अन्य जगहों के अपराधियों से संपर्क कर शहर के बड़े ठेकेदार, अधिकारी व व्यवसायियों को निशाना बनाने की फिराक में था।
ज्यादा कमाने वालों की रखता था पूरी जानकारी
बताया जा रहा कि अजय उन सभी लोगों के बारे में पूरी जानकारी रखता था, जो किसी न किसी माध्यम से ज्यादा रुपये कमा रहे थे। इसके लिए उसने बिजली विभाग के भी एक ठेकेदार को टारगेट किया था। बालू-गिट्टी बेचने वाले एक बड़े कारोबारी को भी ये लोग टारगेट करने वाले थे। जिला प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी को भी वह हनी ट्रैप में फंसाने के लिए कॉल किया था। लेकिन, वह उस कॉल के झांसे में नहीं आ सके। इस तरह अजय कई वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था। लेकिन, जयप्रकाश की हत्या के बाद पुलिस ने जांच के बाद उसके साथ उसकी पत्नी व साले को गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल के कॉल डिटेल्स में कई और लोगों के नंबर मिले हैं जिसकी तलाश में पुलिस विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अजय समेत अन्य आरोपितों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। शीघ्र ही चार्जशीट दायर कर स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की कवायद की जाएगी।