Bihar News: चौबीस घंटे में DMCH में एक परिवार के तीन बच्चों की संदिग्ध मौत, माता-पिता गंभीर हालत में भर्ती
मधुबनी के बिस्फी प्रखंड के निवासी रामपुनीत यादव के परिवार पर टूटा कहर सभी बच्चों की कोरोना रिपोर्ट आई थी निगेटिव पखवारे भर पहले हो गई थी परिवार के सबसे बड़े पुत्र की गांव में मौत। बच्चों के चाचा ने कहा- सभी में थे कोरोना के लक्षण।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। दरभंगा मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में मधुबनी जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के इटहरवा निवासी रामपुनीत यादव के तीन बच्चों की मौत पिछले चौबीस घंटों के दौरान हो गई। जबकि एक की मौत पंद्रह दिन पहले हो गई। तीनों बच्चों की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई थी। लेकिन, सभी के सांस फूल रहे थे। देखते-देखते तीनों बच्चों ने दम तोड़ दिया। बताया गया है कि रामपुनीत यादव के घर में अब से एक पखवारे पहले बीमारी ने दस्तक दी। बड़े पुत्र चंदन कुमार (15) का हाथ-पांव और दम फूलने लगा। गांव में ही इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस बीच रामप्रीत के तीनों बच्चे भी बीमार हो गए। चिंताजनक स्थिति में सबको डीएमसीएच में भर्ती कराया गया। लेकिन, शनिवार को जितेंद्र (08) व पूजा (12) ने दम तोड़ दिया। जबकि रविवार की शाम आरती कुमारी (10) ने भी दम तोड़ दिया। इस तरह से एक हंसते-खेलते परिवार के सभी बच्चे असमय काल के शिकार हो गए। बच्चों की मौत के साथ माता-पिता को चिंताजनक स्थिति में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
रामप्रीत के भाई रामाशीष ने बताया कि सभी में लक्षण कोरोना के थे। लेकिन, रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हमारे भाई का तो पूरा परिवार तबाह हो गया। कबीर सेवा संस्थान के नवीन सिन्हा की मदद से बच्चों का अंतिम संस्कार उनके चाचा की मौजूदगी में किया गया।
इस बारे में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. केएन मिश्रा ने कहा कि ‘निमोनिया और एनीमिक से बच्चों की मौत हुई है। बच्चों को शुक्रवार को यहां गंभीर अवस्था में लाया गया था। कोविड-19 के नमूने भेजे गए थे। इनमें से एक की जांच रिपोर्ट निगेटिव है। दूसरे की रिपोर्ट 31 मई को आने की संभावना है। इस बीच इसी परिवार के एक पाॅजिटिव बच्चे को पटना से इलाज के लिए लाया गया था। तीनों की मौत अलग-अलग समय पर हुई है।