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आज तय हो सकती छात्रसंघ चुनाव की तिथि, छात्र संगठनों के साथ बैठक करेंगे अधिकारी

छात्र नेता बोले- साढ़े तीन महीने के लिए चुनाव को क्यों उतावला है विवि। प्रॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव हर हाल में 15 से 25 मार्च के बीच करा लेना है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 10:19 AM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 10:19 AM (IST)
आज तय हो सकती छात्रसंघ चुनाव की तिथि, छात्र संगठनों के साथ बैठक करेंगे अधिकारी
आज तय हो सकती छात्रसंघ चुनाव की तिथि, छात्र संगठनों के साथ बैठक करेंगे अधिकारी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विवि के अधिकारियों ने छात्रसंघ चुनाव को लेकर कमर कस लिया है। इसी क्रम में अधिकारी मंगलवार को विभिन्न छात्र संगठनों और छात्र नेताओं के साथ बैठक करेंगे। विवि के गेस्ट हाउस में होनेवाले इस बैठक में चुनाव की तिथि और अन्य एजेंडों पर विचार किया जाएगा। प्रॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव हर हाल में 15 से 25 मार्च के बीच करा लेना है। ऐसे में छात्र संगठनों का विचार जान लेना भी जरूरी है। इधर छात्र संगठन और छात्र नेताओं ने भी कॉलेजों में कार्यकर्ताओं को एक्टिव करना शुरू कर दिया है।

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छात्र संघ के सत्र का प्रावधान

विवि अपने विलंब सत्र को लेकर तो चर्चा में है ही, इधर छात्रसंघ को लेकर यूनिवर्सिटी ऑफ बिहार की ओर से जारी स्टैच्यूट््स का भी पालन नहीं कर रहा है। इसके अनुसार 16 अगस्त से 15 तक छात्र संघ के सत्र का प्रावधान है। अगर नियम के अनुसार इसको देखा जाए जो यह चुनाव महज छह महीने के लिए ही होगा। विवि के अधिकारी सत्र विलंब होने का हवाला देकर कह रहे हैं कि इसके कार्यकाल को बढ़ाया जाएगा। जो नियम के विरुद्ध होगा।

छात्र नेता बोले- पहले हो नामांकन तब चुनाव

बीआरएबीयू छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा‍ कि बसंत सिंह सिद्धु ने कहा कि विवि प्रशासन और अधिकारी छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर काफी उत्सुक दिख रहे हैं। अभी अगर चुनाव होगा तो तीस फीसद विद्यार्थी भी वोट नहीं कर पाएंगे। इसका कारण है कि अभी वर्तमान सत्र में पीजी में नामांकन होना बाकी है। स्नातक में भी नामांकन नहीं हुआ है। पहले इसमें नामांकन हो इसके बाद छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित हो।

छात्र लोजपा के विवि अध्यक्ष गोल्डेन सिंह ने कहा कि पहले पैट में चयनित अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन हो ताकि वे भी इस चुनाव में शामिल हो पाएं। साथ ही पीजी, स्नातक और एमफिल में नामांकन होने के बाद ही चुनाव की तिथि घोषित होनी चाहिए। अधिकारी अगर मनमाने तरीके से चुनाव कराना चाहेंगे तो छात्र नेता और खासकर छात्र लोजपा इसका विरोध करेगा।


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