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मुजफ्फरपुर में पेंड‍िंग रिजल्ट सुधार करवाने के लिए कालेज से विश्वविद्यालय तक चक्कर काट रहे विद्यार्थी

BRA Bihar University विश्वविद्यालय का दावा यहां एक भी पेंड‍िंग रिजल्ट नहीं बचा जबक‍ि प्रतिदिन दर्जनों विद्यार्थी पहुंच रहे विश्वविद्यालय । एक बार दिखा रिजल्ट फिर एक विषय में अनुपस्थित बता पेंड‍िंग कर दिया गया छात्रा का परिणाम।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 14 Jun 2022 06:29 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jun 2022 06:29 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में पेंड‍िंग रिजल्ट सुधार करवाने के लिए कालेज से विश्वविद्यालय तक चक्कर काट रहे विद्यार्थी
पेंड‍िंग र‍िजल्‍ट की समस्या लेकर विश्वविद्यालय पहुंच रहे विद्यार्थी।

मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से अप्रैल में स्नातक तृतीय वर्ष का रिजल्ट जारी किया गया था। इसके डेढ़ महीने बीतने के बाद भी विद्यार्थी पेंड‍िंग रिजल्ट सुधार करवाने के लिए कालेज से विश्वविद्यालय तक का चक्कर काट रहे हैं। विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने कह दिया कि अब एक भी परिणाम पेंङ्क्षडग नहीं है, लेकिन हकीकत इसके विपरीत है। प्रत्येक दिन दर्जनों की संख्या में विद्यार्थी पेंड‍िंग की समस्या लेकर विश्वविद्यालय पहुंच रहे हैं। सोमवार को बेतिया से आए रौनक राज, सुमित कुमार, पीयूष, सीतामढ़ी के रमन, गौतम, मुजफ्फरपुर के एसएनएस कालेज से आए रवि कुमार, एलएस कालेज के प्रणव कुमार, एमडीडीएम कालेज की संजना कुमारी समेत अन्य छात्र-छात्राएं पेंड‍िंग परिणाम सुधार करवाने आए थे।

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कई छात्र-छात्राओं ने कहा कि रिजल्ट नहीं मिलने के कारण बीएड में नामांकन के लिए आवेदन नहीं कर पाए। केंद्रीय विश्वविद्यालय में नामांकन और सरकारी नौकरी के लिए फार्म की तिथि समाप्त हो रही है, लेकिन कालेज से विश्वविद्यालय तक कोई सुनने वाला नहीं है। कालेज में जाने पर विश्वविद्यालय जाने को कहा जाता है और यहां आने पर कालेज से आवेदन भेजने को कहा जा रहा है। विद्यार्थियों ने कहा कि कई बार आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अबतक रिजल्ट ठीक नहीं हो सका है।

पहले जारी हुआ रिजल्ट, अब दिख रहा पेंड‍िंग

विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक तृतीय वर्ष का परिणाम जारी किया गया। इसमें कई छात्र-छात्राओं को इंटरनेट के माध्यम से रिजल्ट दिखा, लेकिन अगले ही दिन फिर से पेंङ्क्षडग दिखने लगा। उसे पांचवें पेपर में अनुपस्थित बताया गया है। छात्रों का कहना है कि परीक्षा में उपस्थित होने के बाद भी उन्हें जान बूझकर अनुपस्थित बताया जाता है, ताकि पेंड‍िंग सुधार के नाम पर उनसे अवैध वसूली की जा सके। परीक्षा नियंत्रक डा. संजय कुमार ने कहा कि पेंङ्क्षडग सुधार के लिए कालेजों से जो आवेदन प्राप्त हुए थे उन विद्यार्थियों का परिणाम सुधार दिया गया है। परिणाम दिखने के बाद पेंङ्क्षडग होने की शिकायत मिली है। इसे शीघ्र सुधार कराया जाएगा।

अधूरी तैयारी के साथ परिणाम जारी करने से फंस रहा पेच 

पिछले दिनों पेंड‍िंग परिणाम में सुधार कराने को लेकर विद्यार्थियों ने प्रतिकुलपति प्रो.रवींद्र कुमार से मिलकर शिकायत की थी। कहा था कि बार-बार उन्हें दौड़ लगानी पड़ रही है। इसपर प्रति कुलपति ने परीक्षा विभाग के कर्मचारियों को बुलाकर कारण पूछा था। कर्मचारियों ने कहा था कि कालेज की प्रायोगिक परीक्षा का अंक नहीं भेजे जाने के कारण कुछ रिजल्ट पेंड‍िंग हो जाते हैं। प्रति कुलपति ने इसपर कहा था कि जबतक कालेजों से अंक नहीं आ जाएं और पूरी तैयारी नहीं हो परिणाम जारी नहीं करें। कालेजों की भी जवाबदेही तय करें।


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