जयपुर में बीतीं छुट्टियां, लौटने पर प्रभारी प्राचार्य ने बना ली हाजिरी
मामला मोतीपुर जीवछ कॉलेज का, गड़बड़ी पकड़े जाने पर प्रभारी प्राचार्य ने दिए गोलमटोल जवाब, छात्रों ने बनाया मुद्दा, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी।
मुजफ्फरपुर, [मुकेश कुमार अमन]। मोतीपुर के जीवछ कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य डॉ. योगेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव पर उपस्थिति में हेरफेर के आरोप लगाए गए हैं। जयपुर में छह दिनों तक छुट्टियां मनाकर लौटने पर उन्होंने अपनी हाजिरी भर ली। वे प्रभारी प्राचार्य के साथ-साथ बर्सर व रसायनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष भी हैं।
जब इस अनियमितता की जानकारी मिली तो वे इसे जायज ठहराने में लगे हैं। इसको छात्रों ने मुद्दा बना लिया है।
वे इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्रों का प्रभारी प्राचार्य के बारे में कहना है कि वे कभी समय पर कॉलेज नहीं आते। पढ़ाई-लिखाई से भी उनका कम ही वास्ता रहता है। कॉलेज के छात्र नेता अमरजीत कुमार ने कहा कि मुद्दा उठाने पर धमकी मिल रही है। छात्र जदयू के नेता ठाकुर प्रिंस ने कहा कि प्रभारी प्राचार्य की ये कार्यशैली मनमानी का द्योतक है। अगर, उनके इस रवैये से छात्र खफा हैं तो विश्वविद्यालय को अविलंब संज्ञान लेना चाहिए नहीं तो आंदोलन होगा।
26 जनवरी को छुट्टी के लिए दिया आवेदन
डॉ. योगेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने 26 जनवरी को सीएल पर छुट्टी के लिए आवेदन प्राचार्य को बढ़ाया था। इस आवेदन में उन्होंने 28 जनवरी से 2 फरवरी तक छुट्टी मांगी थी। छुट्टियां बीताकर लौटने पर पता चला कि उन्होंने उपस्थिति पंजी में हाजिरी भी बना ली। इस बीच कुछ छात्रों व कॉलेज के स्टाफ ने मिलकर यह मामला सार्वजनिक कर दिए। उनके आवेदन की प्रति, उपस्थिति पंजी के साथ हाजिरी बही की फोटो कॉपी भी ले ली गई। हाजिरी बही के अवलोकन से यह बात स्पष्ट है कि अनुपस्थिति काल में भी हाजिरी बनी हुई है।
छुट्टी में किया काम तो हाजिरी बनाकर क्या गुनाह किया
प्रभारी प्राचार्य ने दलील दी कि छुट्टी में रहकर भी मैं कॉलेज का काम करता रहता हूं। जयपुर में भांजे की शादी में गया था। उस दौरान भी टेलीफोनिक कॉलेज के संपर्क में रहा। मेरे लौटने पर प्राचार्य विनोद कुमार ने कहा कि आप तो छुट्टियों में रहकर भी काम करते रहते हैं तो बेवजह सीएल बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं है। लिहाजा, हमने अपनी हाजिरी बना ली।
छुट्टी पर रहते हुए आपने जयपुर से कौन-सा काम किया तो उन्होंने कहा-'मेरे यहां वाइफाइ लगा है जिसमें कुछ सामान चोरी हो गया था उसके बारे में लिखा-पढ़ी की। फिर एकाउंट्स के मामले में अॅडिट के लिए चाटर्ड एकाउंटेंट को टेलीफोनिक गाइडलाइन दी। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले खुद रजिस्ट्रार ने भी फोन कर इसके बारे में पूछा था। मैंने उन्हें सबकुछ बता दिया है।
बीआरएबीयू कुलपति प्रो. अमरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि मुझे तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हां, मगर कोई छुट्टी पर रहकर हाजिरी बना लेता है तो निश्चय ही गलत बात है। मैं तहकीकात कराऊंगा अगर मामला सही पाया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।