बिहार विवि के नाम पर सर्टिफिकेट निकलवाने के लिए इंटरनेट मीडिया के जरिए छात्रों को बनाया जा रहा ठगी का शिकार
BRA Bihar University बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का फर्जी फेसबुक पेज बनाकर छात्रों को सर्टिफिकेट निकलवाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का मामला प्रकाश में आया है। 500 से 1000 रुपये की कर रहे मांग विवि में आई शिकायत।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का फर्जी फेसबुक पेज बनाकर छात्रों को सर्टिफिकेट निकलवाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का मामला प्रकाश में आया है। छात्रों की ओर से विश्वविद्यालय में इसकी शिकायत की गई है। मोतीपुर के छात्र राहुल कुमार ने बताया कि डिग्री के लिए वे पिछले 7 महीने से विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन अब तक उन्हें डिग्री नहीं मिली हैं। ऐसे में फेसबुक पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के नाम से बने पेज को उसने प्रशासनिक पेज मानकर उस पर शिकायत की। लेकिन वह पेज फर्जी था। ठग ने उससे 1000 रुपये की मांग की साथ ही एक सप्ताह के भीतर डिग्री उपलब्ध करा देने का वादा किया राहुल ने रुपये 500 एडवांस में दे दिए और डिग्री मिलने पर 500रुपये देने की बात कही। ऑनलाइन माध्यम से पैसा जमा करते ही ठग ने उसे ब्लॉक कर दिया। छात्र जब इसकी शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचा तो अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत करने की बात का टाल दिया।
विवि के नाम से संचालित हैं कई पेज
बिहार विश्वविद्यालय के नाम से फेसबुक पर करीब एक दर्जन पेज बनाए गए हैं। विवि प्रशासन का दावा है कि ये सभी पेज फर्जी हैं। साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से किसी पेज का संचालन नहीं किया जा रहा है। छात्र जैसे ही सोशल इस पेज को टैग कर अपनी शिकायत करते हैं। इसके बाद जब उन्हें मैसेज कर उनकी समस्या का समाधान कराने के बदले पैसे की मांग करते हैं। पैसा मिलते ही छात्र को ब्लॉक कर दिया जाता है।
इस संबंध में बिहार विवि के कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर ने कहा कि छात्रों की ओर से डिग्री और विभिन्न प्रमाण पत्रों के बदले फर्जी पेज के माध्यम से ठगी करने का की शिकायत की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कोई भी जानकारी छात्रों से नहीं मांगता साथ ही किसी प्रकार की राशि की मांग नहीं की जाती है। छात्र सावधान रहें और किसी भी प्रकार के प्रमाण पत्र के लिए सीधे विश्वविद्यालय में आकर संपर्क करें। यदि ठगी का मामला है तो पुलिस में इसकी शिकायत करें।