बिहार चुनाव 2020: ईवीएम जमा कराकर वज्रगृह को किया गया सील, दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों के साथ जवानों की तैनाती
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020 वज्रगृह की सुरक्षा को लेकर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों के साथ जवानों की तैनाती। 10 नवंबर को वोटों की गिनती के बाद प्रत्याशियों की किस्मत का आएगा फैसला। सीसीटीवी से पल-पल की गतिविधि की निगरानी की जा रही है।
सीतामढ़ी , जेएनएन। जिले के पांचों विधानसभा सीट- रीगा, बथनाहा, सुरसंड, बाजपट्टी एवं परिहार विधानसभा के पोल्ड ईवीएम एवं वीवीपैट को सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी गोसाईपुर में बने बज्रगृह सह मतगणना केंद्र में सुरक्षित जमा कर दिया गया है। राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों, ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी, अर्द्धसैनिक बल के पदाधिकारी एवं निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त प्रेक्षक की उपस्थिति में बज्रगृह को सील किया गया। साथ ही बज्रगृह की सुरक्षा हेतु त्रिस्तरीय सुरक्षा जिसमें अर्द्धसैनिक बल, ज़िला पुलिस के जवान एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई।
जो 24 घंटे पालीवार निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में अपने कर्तव्य का पालन करेंगे। इसके पूर्व देररात तक विधासभावार पोल्ड ईवीएम का अधिकारियों की देख-रेख में संग्रहण किया गया। इसको लेकर विधासभावार बारह-बारह काउंटर बनाए गए थे। उधर, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने गोसाईपुर स्थित एसआईटी में 10 तारीख को होने वाले मतगणना केंद्र का जायजा लिया। कोविड-19 को लेकर खास दिशा निर्देश दिया गया। मतगणना केंद्र पर चल रहे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश भी दिया गया।
मुजफ्फरपुर में वज्रगृह पर सीसीटीवी से की जा रही निगरानी
तीसरे चरण के छह विधानसभा में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने के बाद ईवीएम को सुरक्षित ढंग से जमा करा लिया गया है। रविवार की देर रात तक चली कार्रवाई के बाद अलसुबह करीब तीन बजे वज्रगृह को सील कर दिया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों के साथ काफी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी से पल-पल की गतिविधि की निगरानी की जा रही है। डीएम ने कहा कि किसी भी मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान की अनुशंसा नहीं है।
बता दें कि तीसरे चरण के छह विधानसभा क्षेत्रों में कुल 118 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इन सभी की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। 10 नवंबर को वोटों की गिनती के बाद प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला लोगों के सामने आएगा। डीपीआरओ कमल ङ्क्षसह ने बताया कि ईवीएम जमा कराने के बाद महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज से मतदान कर्मियों को बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन तक जाने के लिए रात में बस की व्यवस्था की गई थी, ताकि कर्मियों को घर तक जाने में कोई परेशानी नहीं हो।