Lockdown : संकट की इस घड़ी में गरीबों को नहीं पहुंचा अनाज तो होगी सख्त कार्रवाई
Lockdown सांसद निषाद ने कहा कि आम लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए अपने राहत कोष से एक करोड़ की राशि जिलाधिकारी को दी है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में अपने परिवार संग संकट में सरकार के नियम का पालन कर रहे गरीबों के साथ सांसद अजय निषाद मदद को आगे आए हैं। सांसद निषाद ने कहा कि आम लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए अपने राहत कोष से एक करोड़ की राशि जिलाधिकारी को दी है।
दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि दूसरे प्रदेश में फंसे लोगों को वहां की सरकार से समन्वय कर राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वहीं अब जिले के जनवितरण प्रणााली के दुकानदारों से कहा है कि इस कठिन परिस्थिति में जनवितरण प्रणाली के विक्रेताओं की जवाबदेही अहम हो गई है। इस विपदा में गरीबों के बीच सरकार द्वारा निर्धारित खाद्यान्न सामग्री को सही समय पर गरीबों तक मुहैया कराना आवश्यक है।
सांसद ने कहा कि जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं, जनवितरण प्रणाली विक्रेता संघ और उनके जो नेता हैं एवं इससे संबंधित सभी अधिकारियों से भी आग्रह है कि गरीबों तक तय खाद्यान्न की आपूॢत निश्चित समय से वितरण किया जाए। सरकार व गरीब का सहयोग करें। अगर कोई भी जनवितरण विक्रेता अगर जनता से बेईमानी करेगा तो उनपर कार्रवाई होगी ।
पैसे लेेकर डीलर ने लाभुकों को नहीं दिया राशन
मुशहरी प्रखंड क्षेत्र की कन्हौली विष्णुदत्त पंचायत के डीलर अशोक कुमार द्वारा मार्च माह के राशन व केरोसिन की राशि लेकर पुर्जा बनाने व सामान नहीं देने का आरोप लगाते हुए 150 ग्रामीणों ने एसडीओ पूर्वी व मुखिया ब्रजमोहन तिवारी उर्फ लालबाबू तिवारी से शिकायत की।
एसडीओ पूर्वी डॉ कुंदन कुमार ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी (बीएओ) सुधीर कुमार मांझी को जांच का आदेश दिया। बीएओ ने 2 अप्रैल को डीलर के यहां जाकर जांच की। लाभुकों से पूछताछ की तो उनलोगों ने शिकायत की बात दुहराई। जबकि डीलर ने जांच अधिकारी को बताया कि उन्होंने राशन बांट दिया है। शेष 4.5 क्विंटल अनाज लाभुकों के बीच बांट देने का आदेश दिया। उसके बाद मुखिया ने एमओ संतोष कुमार को लिख कर अनुरोध किया कि जनहित व विपदा की इस घड़ी में अशोक कुमार के लाभुकों का आवंटन डीलर राकेश कुमार के यहां कर दिया जाए।
मुखिया ने बताया कि गंभीर शिकायत के बाद भी अप्रैल के राशन, केरोसिन व फ्री अनाज का आवंटन अशोक कुमार को दे दिया गया, जो गलत है। एसडीओ से व्हाट्सएप पर इसकी शिकायत की गई है। एसडीओ पूर्वी ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी।