मुजफ्फरपुर के तुर्की में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस पर पथराव, तीन हिरासत में Muzaffarpur News
मुजफ्फरपुर के तुर्की ओपी के धरमुहा की घटना। वहीं तुर्की ओपी स्थित खखरा गांव के अधिवक्ता पर हमला को लेकर आक्रोश व प्रदर्शन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के तुर्की ओपी के पुलिस के लिए मंगलवार का दिन भाड़ी रहा। एक तरफ ओपी के धरमुहा में भूमि विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस को महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। वहीं दूसरी ओर अधिवक्ता पर हमला मामले को लेकर अधिवक्ता पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उनका आरोप था कि तुर्की ओपी पुलिस ने शिकायत मिलने पर नहीं की कार्रवाई।
जमकर हुआ पथराव
बताया गया कि तुर्की ओपी के धरमुहा में मंगलवार को भूमि विवाद को लेकर दो गुटों के बीच जमकर विवाद हुआ। मारपीट की नौबत आ गई। तनाव एवं विधि व्यवस्था को देखते हुए वहां तुर्की ओपी पुलिस पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही एक पक्ष की महिलाएं पुलिस पर टूट पड़ीं। उनलोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हालांकि पुलिस कर्मियों को चोटें नहीं आई, लेकिन एक पक्ष की चार महिलाएं जख्मी हो गईं। घायलों में प्रमिला देवी, सखिया देवी, सुनीता देवी एवं राजदुलारी देवी शामिल हैं।
यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि महिलाएं पुलिस की पिटाई से जख्मी हुई हैं अथवा आपसी मारपीट में। पुलिस ने विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के आरोप में तीन युवकों राजा कुमार, राजेश कुमार एवं अवधेश कुमार को हिरासत में ले लिया है। बताया गया है कि हरिद्वार सिंह, रविंद्र सिंह एवं देवेंद्र सहनी के बीच जमीन विवाद चल रहा था। जख्मी महिलाएं देवेंद्र सहनी के घर की बताई गई हैं। ओपी प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि घटनास्थल पहुंचते ही एक पक्ष ने महिलाओं को आगे कर पुलिस पर पथराव कर दिया। कोई भी जवान जख्मी नहीं है। तीन युवकों को हिरासत में ले लिया गया है। प्राथमिकी की कार्रवाई की जा रही है।
अधिवक्ता पर हमला, आक्रोश व प्रदर्शन
कुढऩी थाना के तुर्की ओपी स्थित खखरा गांव के अधिवक्ता उमेश प्रसाद सिंह पर मंगलवार की सुबह हमला किया गया। उस समय वे अपने भाई राजकिशोर सिंह के घर पर चाय पी रहे थे। तभी गांव के कुछ दबंगों ने लाठी-डंडे से लैस होकर धावा बोला और मारपीट की। बीचबचाव करने पर उनकी पत्नी और भाई को भी नहीं बख्शा।
घटना के बाद जब वे लोग शिकायत करने तुर्की ओपी पहुंचे तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे आक्रोश बढ़ गया। पीडि़त के समर्थन में काफी संख्या में अधिवक्ता जुट गए और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए एसएसपी कार्यालय पहुंचे। एसएसपी जयंत कांत से मिले और ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन मिला। इसके बाद वे लोग लौट गए।
पीडि़त ने बताया कि एक आरोपित ने रॉड से उनके सिर पर वार किया। लेकिन, उनके भाई ने रॉड पकड़ लिया। इससे उनकी जान बची। मारपीट के दौरान उनकी पत्नी के गले से सोने की चेन छीन ली। पीडि़त ने कहा कि सुबह में उनके भाई अपनी निजी जमीन पर लगे पेड़ से आंवला तोड़ रहे थे। यह देख आरोपितों ने उनके साथ गाली-गलौज की थी। बदले की नीयत से मारपीट की घटना को अंजाम देने की बात बताई।