Year Ender 2019: एसकेएमसीएच में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इलाज को बढ़े कदम Muzaffarpur News
डेढ़ दर्जन से अधिक नई सुविधाओं से युक्त हुआ एसकेएमसीएच। अस्पताल के कई नए भवनों का युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य शुरू।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वर्ष 2019 में एसकेएमसीएच में काफी नई व्यवस्थाएं देखने को मिलीं, वहीं कई अपेक्षाओं के पूरा होने का अब भी इंतजार है। एसकेएमसीएच को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की ओर कदम बढ़ाने के लिए यह वर्ष जाना जाएगा। इस वर्ष डेढ़ दर्जन से अधिक नई सुविधाएं यहां मुहैया हुईं। इन नई सुविधाओं एवं यहां मरीजों की भीड़ को देख निरीक्षण को पहुंची एमसीआइ की टीम भी आश्चर्यचकित रही। इससे जहां एमबीबीएस छात्रों की 100 सीट से 250 सीट करने की उम्मीदें जगी है, वहीं पीजी पढ़ाई को कई नए विभागों में मान्यता मिलने की उम्मीद बढ़ी है। पूर्व से चल रहे पीजी की पढ़ाई वाले विभागों में भी सीट बढ़ाने की उम्मीद है।
अस्पताल की विश्वसनीयता इस कदर बढ़ी है कि प्रशासनिक अधिकारी से लेकर न्यायालय से जुड़े अधिकारी भी यहां इलाज को पहुंचने लगे हैं। पूरे वर्ष मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। वहीं कुछ पुरानी समस्याएं भी बनी हुई हैं, जिनके निदान की भी कवायद जारी है।
लगाई गई कई अत्याधुनिक मशीनें
इस साल पी-पी मोड पर अत्याधुनिक एमआरआइ मशीन लगाई गई। वही रेडियोलॉजी विभाग से लेकर पैथोलॉजी विभाग तक में कई अत्याधुनिक मशीनें लगीं हैं। इसके साथ ही वायरोलॉजी लैब की स्थापना होने से वायरस जनित बीमारियों की जांच में परेशानी अब बीते समय की बात हो चुकी है।
गर्मी के दिनों में बच्चों पर कहर बरपाने वाली बीमारी एईएस से बचाव को भी कई अत्याधुनिक मशीनों के साथ 100 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का युद्धस्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। अगले वर्ष मार्च तक इसके बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही मरीज के स्वजनों के ठहरने के लिए भी सभी सुविधाओं से लैस भवन का निर्माण कार्य जारी है।
कॉलेज ऑनलाइन हो गया है और अस्पताल में वायरलेस संचार व्यवस्था की गई है। अगले वर्ष आइ बैंक की भी सुविधा यहां मिलने लगेगी। परिसर में टीएमसीएच (टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल) के भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। साथ हीं सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल निर्माण कार्य पूरा होने के कगार पर है। इस भवन को सौंपने के साथ अगले वर्ष से इसका लाभ भी मरीजों को मिलने लगेगा।
यहां नासूर बनी जलापूर्ति की समस्याओं से लेकर कालेज अस्पताल के सौंदर्यीकरण को भी कदम उठाए गए हैं। इसके लिए सरकार द्वारा राशि उपलब्ध कराई गई है।
उम्मीद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 24 सितम्बर को किया था उद्घाटन। अब इनके धरातल पर उतरने की उम्मीद है।
- 100 बेड के मातृ-शिशु अस्पताल भवन।
- 136 बेड के छात्रावास एवं 40 यूनिट का ट्यूटर आवास भवन।
- 100 बेड की शिशु गहन चिकित्सा इकाई (पीकू)।
- आंतरिक जलापूर्ति का सुदृढ़ीकरण।