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स्लोगन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चे बताएंगे ट्रैफिक नियम, दरभंगा एसएसपी ने की पहल

सभी ट्रैफिक पोस्ट पर तैनात किए जाएंगे स्कूली बच्चे, मदद में रहेंगे पुलिस अधिकारी।जिला पुलिस इस अभियान को स्थायी रूप से चलाने की घोषणा की है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 03:24 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 05:30 PM (IST)
स्लोगन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चे बताएंगे ट्रैफिक नियम, दरभंगा एसएसपी ने की पहल
स्लोगन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चे बताएंगे ट्रैफिक नियम, दरभंगा एसएसपी ने की पहल

दरभंगा, जेएनएन। सड़क सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से जिला प्रशासन और जिला पुलिस संयुक्त रूप से आम लोगों को जागरूक करने में लगी है। लोग यातायात नियमों को पालन करें इस दिशा में रोजाना नए-नए तरीके को इजाद कर प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, जिला पुलिस इस अभियान को स्थायी रूप से चलाने की घोषणा की है।

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 एसएसपी बाबू राम अब स्कूली बच्चों से मदद से बेपरवाह लोगों को ट्रैफिक नियम सिखाने का निर्णय लिया है। इंटर की परीक्षा के बाद इसे धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों को सभी ट्रैफिक पोस्ट पर तैनात किए जाएंगे। जहां बच्चे बिना हेलमेट वाले चालकों को जीवन बचाने का उपाय बताएंगे। इसमें कई स्लोगन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चे लोगों को प्रभावित ही नहीं करेंगे बल्कि, ट्रैफिक नियम पालन करने के लिए विवश कर देंगे।

 एनसीसी और एनएसएस के छात्र सहित विभिन्न स्कूल के बच्चे वाहन पार्क, बेल्ट पहनकर चार चक्के की गाड़ी चलाने और अतिक्रमणकारियों को कर्तव्य का पाठ पढ़ाएंगे। बच्चों को कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए सभी जगहों पर पुलिस पदाधिकारी भी तैनात रहेंगे। एसएसपी राम ने बताया कि इसके बाद जो अभियान चलेगा व सख्त होगा। ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

कोचिंग संचालकों को 15 दिनों का मोहलत

एसएसपी राम ने शहर के विभिन्न कोचिंग संस्थानों को 15 दिनों के अंदर अपना पार्किंग का व्यवस्था करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि जो आदेश का पालन नहीं करेंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए उन्होंने सभी संचालकों को बैठक कर निदान के दिशा में पहल करने को कहा है। ताकि, लोगों को जाम से मुक्ति मिल सके। लगातार क्लास चलाने से सड़क पर बच्चों में अफरा-तफरी का माहौल रहता है।

 इसे दूर करने के लिए उन्होंने एक घंटी के बाद कुछ समय देने को कहा । इससे सड़क पर अचानक भीड़ बढऩे में कमी आएगी । साथ ही उन्होंने कोङ्क्षचग संचालकों को विषय से हटकर पांच-दस मिनट बच्चों को ट्रैफिक नियम का पाठ भी बताने का आग्रह किया है। ताकि, बच्चे बेहतर नागरिक बने ।


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