अव्यवस्था से जूझ रही एसकेएमसीएच की एनआइसीयू, नवजात बेहाल Muzaffarpur News
वार्ड में जगह का अभाव कर्मियों की है भारी कमी। एक बेड पर दो-दो बच्चों को रखकर किया जा रहा इलाज।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच की एनआइसीयू (नियोनेटल इंसेंटिव केयर यूनिट) अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। इससे यहां इलाजरत नवजात के साथ चिकित्साकर्मियों की भी परेशानी बढ़ी रहती है। वार्ड में अधिकतम 13 नवजात भर्ती कर इलाज करने की क्षमता है। अक्सर यहां 20 से अधिक नवजात भर्ती रहते हैं। इससे एक बेड पर दो-दो नवजात का इलाज करना विवशता है। साथ ही एक बच्चे के संक्रमण से दूसरे को ग्रसित होने की संभावना भी बनी रहती है।
मालूम हो कि एनआइसीयू में जगह की कमी से वार्ड संकीर्ण है। इसके साथ ही कर्मियों की भारी कमी के साथ चिकित्सकों का अभाव बना रहता है। वार्ड में रखी मशीन व उपकरणों को जैसे-तैसे रखकर इंस्टॉल किया गया है। रविवार को कक्ष में क्षमता से अधिक 23 बच्चे भर्ती थे। मरीजों के अनुपात में कम से कम 24 नर्स का होना अनिवार्य है। हालांकि नियमसंगत इसकी संख्या 36 होनी चाहिए। मात्र तीन नर्स की ही तैनाती है। चौबीस घंटे कक्ष में चिकित्सक की उपस्थिति जरूरी है, लेकिन दोपहर बाद ऑन कॉल चिकित्सक होते हैं। यही नहीं कक्ष का शौचालय भी बदहाल है। नर्स के लिए कोई ड्यूटी रूम तक नहीं है।
इस बारे में एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके शाही ले कहा कि एनआइसीयू के वार्ड में जगह के साथ-साथ कर्मियों की भी काफी कमी है। इसके लिए लगातार पत्राचार किया जाता है। शीघ्र इसका विस्तार होगा। इसके बाद परेशानी से निजात मिल जाएगी।
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