जिले के विधायकों के वापस लिए गए दो-दो अंगरक्षक, निर्णय से आक्रोश
चुनाव में बलों की कमी का बताया गया कारण। सुरक्षा में रहेंगे एक ही बॉडीगार्ड। सार्जेंट मेजर ने सभी विधायकों को अंगरक्षक वापस करने का आग्रह किया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के सभी विधायकों के दो-दो अंगरक्षकों को वापस ले लिया गया है। अब उनकी सुरक्षा में एक बॉडीगार्ड ही रहेंगे। इस संबंध में आदेश जारी होने के बाद सार्जेंट मेजर ने सभी विधायकों को अंगरक्षक वापस करने का आग्रह किया है। विधायकों को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि चुनाव में बलों की कमी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। मगर, इस निर्णय का कई विधायकों ने विरोध किया है।
पारू विधायक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि वे हमेशा नक्सलियों के निशाने पर रहे हैं। इसके बाद भी उनके अंगरक्षकों को वापस ले लिया गया।
पत्र मिलने के साथ ही उन्होंने बॉडीगार्ड वापस भी कर दिए। नक्सल प्रभावित क्षेत्र मीनापुर के विधायक राजीव रंजन उर्फ मुन्ना यादव ने कहा कि दो अंगरक्षक वापस ले लिए गए। अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार पर होगी। कुढऩी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि अंगरक्षक वापस लेने पर डीएम व एसएसपी को विचार करने का आग्रह किया गया है। क्योंकि उनका विधानसभा क्षेत्र भी नक्सल प्रभावित है। वहीं विधायकों को कम से कम तीन अंगरक्षक मिलना ही चाहिए। गायघाट विधायक महेश्वर प्रसाद यादव के प्रतिनिधि प्रभात किरण ने कहा कि पिछले दिनों कटरा में गोलीबारी हुई थी। वह भी इस विधानसभा क्षेत्र का भाग है।
इन विधायकों के भी अंगरक्षक वापस लेने का आदेश
बरूराज विधायक नंद कुमार राय, बोचहां विधायक बेबी कुमारी, साहेबगंज विधायक व पूर्व मंत्री रामविचार राय, सकरा विधायक लाल बाबू राम, औराई विधायक डॉ. सुरेंद्र प्रसाद, कांटी विधायक अशोक चौधरी।
नगर विकास मंत्री की सुरक्षा में भी कटौती
नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा की सुरक्षा में लगे अंगरक्षकों की संख्या में भी कटौती का आदेश जारी किया गया है। उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों में से सात को वापस लेने का पत्र जारी किया गया है। इसमें से मंत्री के तीन हाउसगार्ड वापस भी कर दिए गए हैं।