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चार वर्षीय बीएड कोर्स के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिग आज से

चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में नामांकन के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिग की प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी। 21 अक्टूबर तक प्रवेश परीक्षा में सफल हुए कुल परीक्षार्थियों में से 1200 छात्र-छात्राओं को मौका दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 01:21 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:11 AM (IST)
चार वर्षीय बीएड कोर्स के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिग आज से
चार वर्षीय बीएड कोर्स के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिग आज से

मुजफ्फरपुर : चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में नामांकन के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिग की प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी। 21 अक्टूबर तक प्रवेश परीक्षा में सफल हुए कुल परीक्षार्थियों में से 1200 छात्र-छात्राओं को मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी यदि सीट खाली रहती है तो तीसरे राउंड में भी काउंसिलिग कराई जाएगी। डीएसडब्ल्यू सह चार वर्षीय बीएड के बीआरए बिहार विवि के नोडल पदाधिकारी प्रो.अभय कुमार सिंह ने बताया कि काउंसिलिग आरडीएस कॉलेज में ही कराई जाएगी। इसी विश्वविद्यालय के चार कॉलेजों में 100-100 सीटों पर इस कोर्स की मान्यता मिली है। इसमें पूरे प्रदेश से सफल छात्र-छात्राएं काउंसिलिग में भाग लेंगे। बताया कि अबतक पहले चरण के बाद करीब 150 सीटों के लिए छात्र-छात्राओं ने काउंसिलिग के बाद प्रोविजनल नामांकन कराया है। वहीं, शेष सीट के लिए यह प्रक्रिया हो रही है।

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अधिक फी से बिना काउंसिलिग लौट रहे विद्यार्थी : पहले चरण में तीनों दिनों में सैकड़ों विद्यार्थी आरडीएस कॉलेज से बिना काउंसिलिग कराए ही वापस लौट गए। क्योंकि, इस कोर्स में नामांकन के लिए कुल तीन लाख रुपये फीस निर्धारित की गई है। यह राशि प्रतिवर्ष 75 हजार के हिसाब से कॉलेज को देनी होगी। कई अभिभावकों का कहना था कि दो लाख तक फी होती तो नामांकन के लिए सोचते। एक तो कोरोना काल में पहले ही आमदनी नहीं हो रही। ऐसे में इतनी बड़ी रकम जुटा पाना मुश्किल है।

इंजीनियरिग कॉलेजों में प्रथम वर्ष में प्रवेश 30 तक

इंजीनियरिग कॉलेजों में 30 नवंबर तक छात्र-छात्राएं नामांकन ले सकेंगी। इसको लेकर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से संशोधित एकेडमिक कैलेंडर सभी संबद्ध संस्थानों को भेजा है। इसमें कहा गया है कि 30 नवंबर तक नामांकन की कार्रवाई पूरी करने के बाद एक दिसंबर से हर हाल में कक्षाओं का संचालन शुरू कराएं। हालांकि कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होंगी या ऑफलाइन इसपर निर्देश में कोई जिक्र नहीं किया गया है। सूबे के सभी इंजीनियरिग कॉलेजों में अभी नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। कॉलेजों को कहा गया है कि कक्षाओं का संचालन कोरोना के वर्तमान हालात को देखते हुए अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। तय समय से इसे शुरू कर देना होगा, ताकि विद्यार्थियों का सत्र विलंब नहीं हो।


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