आगे बढ़ा फिर पीछे की ट्रेन, पटरी पर जाने से बचे दर्जनों
लेटफॉर्म संख्या चार पर मंगलवार की शाम पवन एक्सप्रेस व स्थानीय कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही से दर्जनों यात्रियों की जान जा सकती थी।
मुजफ्फरपुर। प्लेटफॉर्म संख्या चार पर मंगलवार की शाम पवन एक्सप्रेस व स्थानीय कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही से दर्जनों यात्रियों की जान जा सकती थी। प्लेटफॉर्म पर मौजूद सह यात्री जीवनरक्षक बने।
शाम चार बजे दरभंगा से लोकमान्य तिलक जानेवाली पवन एक्सप्रेस आकर रुकी। दो मिनट के बाद उसे 20 मीटर आगे बढ़ा कर फिर 20 मीटर पीछे किया गया। ट्रेन जब पहली बार आगे बढ़ी तो यात्रियों ने समझा कि ट्रेन स्टेशन से खुल गई और उनमें जल्दी-जल्दी चढ़ने के लिए आपाधापी हो गई। लेकिन, फिर 20 मीटर जाकर रुक गई और थोड़ी देर बाद उसे फिर वापस किया जाने लगा। इसे यात्री समझ नहीं सके और आगे-पीछे के चक्कर में कई ट्रेन व प्लेटफॉर्म के बीच गैप में फंस गए, लेकिन अन्य यात्रियों ने तेजी व सतर्कता दिखा उन्हें बाहर खींच लिया। इससे उनकी जान बच सकी। हालांकि, इसमें कई यात्री घायल हो गए।
इधर, बोगी में जगह नहीं मिलने पर कई यात्रियों ने पायदान पर खड़ा होकर यात्रा की। इन यात्रियों को रोकने के लिए आरपीएफ जवान व रेल पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थे। यात्रियों का कहना था कि ट्रेन आगे-पीछे करने में बड़ा हादसा हो सकता था। कई यात्री नीचे गिर गए।