सप्तक्रांति एक्सप्रेस की आइएसओ के नवीकरण की कवायद
आनंद विहार जानेवाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस की आइएसओ मान्यता के नवीकरण की कवायद शुरू की गई है। अगस्त में एक साल की आइएसओ मान्यता की अवधि खत्म होने के बाद सोनपुर मंडल ने इसके लिए पहल की है।
मुजफ्फरपुर । आनंद विहार जानेवाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस की आइएसओ मान्यता के नवीकरण की कवायद शुरू की गई है। अगस्त में एक साल की आइएसओ मान्यता की अवधि खत्म होने के बाद सोनपुर मंडल ने इसके लिए पहल की है। पिछले साल अगस्त में बेहतर साफ-सफाई और सुविधाओं से लैस होने से सप्तक्रांति एक्सप्रेस को लाभ मिला, ट्रेन मानक पर खरी उतरा। इस पर उसे एक साल की मान्यता दी गई। अगस्त 2018 में मान्यता की अवधि खत्म हो गई, जिसके नवीकरण के लिए पहल की गई है। कोचिंग डिपो को भी मान्यता दिलाने की पहल सोनपुर मंडल के कोचिंग डिपो को भी आइएसओ की मान्यता दिलाने की योजना है। मान्यता मिलने पर ट्रेनों की बेहतर साफ-सफाई हो सकेगी। गुरुवार को पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य सामग्री प्रबंधक की टीम ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस की साफ-सफाई व सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने एसी, स्लीपर व जनरल बोगी व पेंट्रीकार की जांच की। लेकिन, अधिकारी को कमियां नहीं मिलीं। अधिकारी ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर से मोतिहारी तक एक-एक बोगी में घूम कर यात्रियों से भी बातचीत की। सोनपुर मंडल के सीनियर डीएमई नितिन कुमार ने बताया कि सप्तक्रांति एक्सप्रेस की आइएसओ की मान्यता छीनी नहीं गई है। एक साल की अवधि खत्म हो गई है। इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा। कोचिंग डिपो में ट्रेनों की सफाई व मेंटेनेंस की जाती है। इससे कोचिंग डिपो को ही आइएसओ की मान्यता दिलाने की योजना है। इससे डिपो से निकलने वाली ट्रेनें मान्यता अनुरूप बेहतर सफाई व सुविधाओं से लैस होंगी।
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