Samastipur News:पंचायत चुनाव में जीत के बाद हर्ष फायरिंग.., वीडियो हुआ वायरल
समस्तीपुर जिले के विद्यापतिनगर में जीत के जश्न में फायरिंंग का वीडियो वायरल इस मामले में पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो में शामिल युवकों को चिन्हित कर लिया गया। आगे की कार्रवाई चल रही है ।
समस्तीपुर (विद्यापतिनगर), जासं। पंचायत चुनाव जीतने के बाद हर्ष फायरिंग का मामला आया है। जीत के जश्न में कुछ युवक फायरिंग कर रहे हैं। लोगों के अनुसार वीडियो प्रखंड अंतर्गत मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत का बताया जा रहा है। जहां पंचायत चुनाव में मुखिया चुनाव में जीत के बाद उनके समर्थकों ने ताबङतोङ फायरिंग कर पूरे इलाके को दहला दिया। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि जागरण इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ युवकों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग की जा रही है। फायरिंग से पूरा इलाका दहल उठा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर किसी को गोली लग जाती तो क्या होता। इस मामले पर विद्यापतिनगर थानाध्यक्ष प्रसूंजय कुमार ने बताया कि एसडीपीओ दलसिंहसराय के आदेशानुसार वायरल वीडियो में शामिल युवकों को चिन्हित कर लिया गया है। इसके अलावा उसी ग्रूप के अन्य युवकों की पहचान जारी है।पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई हैं।
चांदचौर करिहारा के मुखिया के आत्मसमर्पण से पुलिस ने ली राहत की सांस
उजियारपुर। थाना क्षेत्र के चांदचौर करिहारा पंचायत के मुखिया मनोरंजन कुमार गिरि ने विगत 26 नवंबर को दलङ्क्षसहसराय न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। बताया गया है कि उक्त मुखिया पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दर्जनों बार छापेमारी की। उनके घर इश्तेहार चस्पाने के साथ कुर्की जैसी कार्रवाई भी की लेकिन वह गिरफ्तार नहीं हो सका।
दिलचस्प बात तो यह है कि चाक-चौबंद पुलिसिया व्यवस्था के बीच प्रखंड कार्यालय पहुंचकर मुखिया पद के लिए नामांकन कर वह आराम से वहां से निकल गया लेकिन पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नही लगी। इतना ही नहीं चुनाव जीतकर प्रमाणपत्र भी ले लिया। इसके बाद एसपी मानवजीत सिंंह ढिल्लो ने अ्नुसंधानक पुलिस पदाधिकारी बीके सिंंह पर कार्रवाई करते हुए उजियारपुर थाना से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया था। जानकारों की मानें तो मुखिया मनोरंजन कुमार गिरि ने इसलिए आत्मसमर्पण किया कि वह समय से मुखिया पद की शपथ ले सके। वैसे अधिकांश मामलों में उसे पूर्व में ही जमानत मिल चुका है। नल जल योजना से संबंधित एक मामले में जमानत नहीं मिलने के कारण उसने आत्मसमर्पण किया है। सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण से पूर्व यदि जमानत नही मिलती है तो वह न्यायालय से अनुमति लेकर पुलिस अभिरक्षा में पहुंचकर शपथ ग्रहण करेगा। थानाध्यक्ष विश्वजीत कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि करिहारा के मुखिया ने तीन दिन पहले ही न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है।