मोतिहारी में दुर्घटनाग्रस्त कार से मिले 1.31 करोड़ रुपये
केंद्रीय विश्वविद्यालय की भूमि अधिग्रहण में फर्जी निकासी मामले का आरोपी जयकिशुन तिवारी की है दुर्घटनाग्रस्त कार। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रुपये लेकर भागने के क्रम में हुआ हादसा़...
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मोतिहारी जिले के हरसिद्धि थाना के मटियरिया गांव के समीप गन्ना लदे ट्रैक्टर व कार की टक्कर के बाद जब्त ऑल्टो कार से रुपयों से भरा बैग मिला है। घायलों में कार में सवार गायघाट बहाड़पुर निवासी जयकिशुन तिवारी भी शामिल बताया गया है। बताया गया कि वह कार से चंद्रहिया स्थित ससुराल जा रहा था, इसी क्रम में यह घटना हो गई। जयकिशुन तिवारी केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए बनकट में हुए अधिगृहित भूमि में फर्जीवाड़ा कर 3 करोड़ पांच लाख 28 हजार रुपये निकासी करने के मामले में आरोपित है।
रुपये ठिकाने लगाने के क्रम में हुआ हादसा
पुलिस का मानना है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वह रुपये को ठिकाने लगाने की फिराक में था। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह रुपये जयकिशुन तिवारी के हैं और किस मद के हैं। जब्त रुपयों की गिनती हरसिद्धि थाना परिसर में नियुक्त दंडाधिकारी की उपस्थिति में की गई। इसके अलावा बैंक से रुपये गिनने वाली मशीन को भी मंगाकर रुपये की गिनती की गई। बताया गया कि बैग से एक करोड़ 31 लाख 13200 रुपये प्राप्त हुए हैं। पुलिस कार को जब्त कर घायल जयकिशुन तिवारी की तलाश में जुट गई है।
जयकिशुन की गिरफ्तारी के बाद पता चलेगा कि यह रुपये किस मद के हैं और वह रात में इसे कहा लेकर जा रहा था। बता दें कि बनकट में सुकदेव साह नाम के एक फर्जी व्यक्ति द्वारा कागजात प्रस्तुत कर तीन करोड़ पांच लाख 28 हजार रुपये देना बैंक के खाते में ट्रांसफर कराया गया था। सुकदेव साह के खाते से जयकिशुन तिवारी के देना बैंक के खाते में एक करोड़ तीस लाख व रक्सौल निवासी अरविंद सिंह के देना बैंक के खाते में 70 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। इसी बीच असली सुकदेव साह जब मुआवजा के लिए भू-अर्जन कार्यालय पहुंचा तो अधिकारियों के कान खड़े हो गए। मामले की जांच कराई गई।
अधिकारियों की मौजूदगी में हुई रुपये की गिनती
फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने निकासी करने वाले सुकदेव साह व उसके खाता से राशि ट्रांसफर कराने वाले जयकिशुन तिवारी व अरविंद सिंह को आरोपित करते हुए प्राथिमकी दर्ज कराने के लिए नगर थाना में आवेदन दिया गया। पुलिस तमाम बिंदुओं पर जांच प्रारंभ कर दी है। इधर रुपयों की गिनती अरेराज एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्रा, डीएसपी अजय कुमार मिश्र, बीडीओ चंदन कुमार चक्रवर्ती, सीओ सतीश कुमार, इंस्पेक्टर राणा रणविजय सिंह, थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में की गई। जब्त आल्टो कार के नंबर के आधार पर पाया गया कि गाड़ी सुरेंद्र मिश्र के नाम पर है। पूछताछ में सुरेंद्र ने बताया कि उसने अपनी गाड़ी जयकिशुन तिवारी को बेच दी है।
अरेराज एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि अभी तक रुपये का कोई दावेदार नहीं आया है। वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना देते हुए नगर थाना को भी इस घटना के बारे में अवगत कराया गया है। कार से मिले रुपये को लेकर वरीय अधिकारियों से दिशा-निर्देश मांगा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।