पिटाई कर हाथ-पैर बांधे, क्विक फिक्स से मुंह चिपकाया और लूट ली लाखों की संपत्ति
पूर्वी चंपारण में स्कूल संचालक के घर डकैती, अपराधियों ने संचालक को बंधक बना दिया घटना को अंजाम।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। पूर्वी चंपारण के मेहसी थानाक्षेत्र स्थित बैंक चौक निवासी निजी स्कूल के संचालक विजय कुमार श्रीवास्तव के घर पर हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल शुक्रवार की रात डकैती को अंजाम दिया। इस दौरान बदमाशों ने गृहस्वामी को बंधक बना लिया और लाखों के आभूषण, छह सेलफोन व 15 हजार नकदी लूट लिए। लुटेरों ने कीमती सामान को छोड़कर अन्य किसी वस्तु को हाथ नहीं लगाया है। पीडि़त 30 लाख की लूट का दावा कर रहे हैं। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से सघन पूछताछ की जा रही है। बैंक चौक पर लगे सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
दो घंटे तक जमकर लूटपाट
शुक्रवार की रात बैंक चौक से गृहस्वामी विजय कुमार श्रीवास्तव ने अपने घर मे प्रवेश किया। उसी समय पूर्व से घात लगाए चार हथियारबंद अपराधी भी उनके पीछे घर में प्रवेश कर गए। दो बदमाशों ने शस्त्र के बल पर उन्हें कब्जे में ले लिया। पिटाई की व हाथ पैर बांध कर जमीन पर पटक दिया। फिर क्विक फिक्स से उनके मुंह को बंद कर दिया। ताकि वे शोर नहीं कर सकें। इस बीच मोबाइल से लगातार किसी परवेश नामक व्यक्ति से अपराधियों की बात भी होती रही। इस दौरान लुटेरों ने गृहस्वामी की पत्नी शशि श्रीवास्तव को निशाना बनाया। उनके साथ भी मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते हुए उन्हें भी बांध दिया। करीब दो घंटे तक घर में जमकर लूटपाट की। फिर सारा आभूषण लेकर चलते बने।
महज 50 मीटर दूर खड़ी थी पुलिस
अपराधी इतने चालाक थे कि उन्हें पुलिस की गतिविधियों की भी जानकारी थी। घटनास्थल से महज पचास मीटर की दूरी पर मेहसी पुलिस की गश्ती टीम को भी इतनी बड़ी घटना की जानकारी नहीं मिली। लुटेरों ने सबसे ज्यादा आभूषण पर ध्यान दिया और घर के सभी आभूषण लूटने के बाद विजय की पत्नी के शरीर से गहने भी नोच लिए। बताया गया है कि लुटेरों को पूरी जानकारी थी कि घर में सिर्फ पति-पत्नी हैं। पुलिस को इस घटना में किसी परिचित के शामिल होने का अंदेशा है। डीएसपी शैलेंद्र कुमार व थानाध्यक्ष विकास तिवारी के नेतृत्व में छापेमारी चल रही है। इस बारे में मेहसी के थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने कहा कि बदमाशों की खोज में छापेमारी की जा रही है। गृहस्वामी की ओर से आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद लूटी गई संपत्ति का आकलन हो सकेगा। मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।