समस्तीपुर में नदियों के जलस्तर में तेजी, बागमती में कटाव जारी, निचले इलाके के कई घरों में घुसा पानी
जलस्तर में बढ़ोतरी से कल्याणपुर प्रखंड के क्लोजर पंचायती स्थित गंगोरा में पशुचारा के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है । खेती किसानी व पशु चारा के लिए यहां के किसान बागमती नदी की दक्षिणी व उत्तरी उपधारा को पारकर हरा पशु चारा लाने के लिए जाते हैं।
समस्तीपुर, जेएनएन। बागमतीे नदी की धारा व उप धाराओं के कारण समस्तीपुर जिला अंतर्गत कल्याणपुर प्रखंड के लगभग पांच हजार लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बागमती का कहर शुरू होने से कई घर कटने के कगार पर है। निचले इलाके के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है। जलस्तर में बढ़ोतरी से कल्याणपुर प्रखंड के क्लोजर पंचायती स्थित गंगोरा में पशुचारा के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है । खेती किसानी व पशु चारा के लिए यहां के किसान बागमती नदी की दक्षिणी व उत्तरी उपधारा को पारकर खेती करने या मवेशी के लिए हरा पशु चारा लाने के लिए जाते हैं। हरा पशुचारा लाने के लिए निकले लोगों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं व युवतियों की संख्या अधिक रहती है। खेती-किसानी व पशुचारा लाने में भी महिलाएं पुरुषों के कंधे सें कंधा मिलाकर काम करती हैं।
पश्चिम चंपारण में दूसरे दिन भी आवागमन ठप
सिकटा व मैनाटांड़ प्रखंड का सड़क संपर्क बाढ़ की वजह से दूसरे दिन सोमवार को भी ठप है। बेतिया- मैनाटांड़ मुख्य पथ में गोपालपुर थाना के समीप सड़क पर दो फुट पानी भरा है। सिकरहना व करताहां नदी के जलस्तर में अभी कमी दर्ज नहीं की गयी है। सिकटा प्रखंड में धनकुटवा ,गौचरी, नरकटिया गांव बाढ़ से घिरा हुआ है। जिला मुख्यालय से सिकटा व मैनाटांड प्रखंड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क में गोपालपुर गांव से घोघा चौक तक करीब पांच किलोमीटर सड़क पर तीन फुट पानी है। गोपालपुर थाना परिसर में बढ़ का नजारा है। वहीं मगलहिया, सुंदरगांवा, विरईठ, जगन्नाथपुर पंचायत का मैनपुर, लोहठाहां, डेरूआटोला, जमुनिया गांव का प्रखंड मुख्यालय से सम्पर्क भंग है।