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रेल टिकट का बड़ा घोटाला उजागर, फर्जी आइडी से 38 लाख के टिकट जारी

रेल टिकट घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। अक्टूबर में फर्जी आइडी से 38 लाख का टिकट बरामद किया गया है। जांच में 80 फर्जी आइडी से ई-टिकट जारी करने की बात सामने आई है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 03:04 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 05:17 PM (IST)
रेल टिकट का बड़ा घोटाला उजागर, फर्जी आइडी से 38 लाख के टिकट जारी
रेल टिकट का बड़ा घोटाला उजागर, फर्जी आइडी से 38 लाख के टिकट जारी

मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। रेलवे बोर्ड के आदेश पर मुख्यालय स्तर पर आरपीएफ के वरीय अधिकारियों की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को तिलक मैदान स्थित बालाजी ट्रैवल्स की दुकान में छापेमारी की। इस दौरान तत्काल में फर्जी आइडी से दूरदराज के लिए जारी 19 आरक्षित कंफर्म टिकट ,कम्प्यूटर सेट, दो लैपटॉप, तीन  रजिस्टर, चार मोबाइल को जब्त किया। 

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इसके पूर्व स्पेशल टीम ने आरपीएफ पोस्ट पर पहुंचकर आरपीएफ इंस्पेक्टर वेद प्रकाश वर्मा से बातचीत कर रणनीति तैयार की। ट्रैवल एजेंट की दुकान पर छापेमारी करने के लिए नगर थानाध्यक्ष धनंजय कुमार से संपर्क किया गया। इसके बाद आरपीएफ स्पेशल टीम दुकान पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। सूचना फैलने पर शहर के अन्य एजेंटों में खलबली मच गई।

पटना आरपीएफ के सहायक कमांडेंट चित्रांशे जोशी ने बताया कि बोर्ड के आदेश पर मुख्यालय स्तर से वरीय अधिकारियों की टीम तैयार की गई। इसके बाद बालाजी ट्रैवल दुकान में छापेमारी की गई। इस दौरान अक्टूबर में फर्जी आइडी से 38 लाख का टिकट पाया गया।

अक्टूबर में सबसे अधिक टिकट की बिक्री की गई है। जांच में 80 फर्जी आइडी से ई-टिकट जारी करने की बात सामने आई है। एजेंट तिलक मैदान राहुल प्रकाश और उसकी दुकान पर तैनात कर्मी आमगोला निवासी चंदन कुमार को पकड़ा गया है। छापेमारी में पटना के सहायक कमांडेट राजेश लाल, राजेंद्रनगर के इंस्पेक्टर आरआर कश्यप समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। 


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