कृषि विवि की तकनीक से सृजित होंगे रोजगार के अवसर : कुलपति
डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि की तकनीक एवं विकसित कृषि यंत्र को किसानों तक पहुंचाने को विवि की ओर से कुलसचिव पीपी श्रीवास्तव ने विभिन्न उद्योगपतियों एवं एनजीओ के साथ छह एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।
मुजफ्फरपुर : डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि की तकनीक एवं विकसित कृषि यंत्र को किसानों तक पहुंचाने को विवि की ओर से कुलसचिव पीपी श्रीवास्तव ने विभिन्न उद्योगपतियों एवं एनजीओ के साथ छह एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। मौके पर कुलपति डा. आरसी श्रीवास्तव ने कहा कि विवि की तकनीक से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी दिशा में तकनीकी का हस्तांतरण किया गया है। छोटे अनाजों के प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए बिजली चालित ओखली के व्यवसायिक उत्पादन को बढ़ावा देगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ओखली का पेटेंट कराने को लेकर सक्रिय पहल कर रहा है। सब्जी उत्पादक किसानों को श्रमिकों पर निर्भरता कम करने के लिए उन्नत मशीन एवं व्यवसायीकरण हेतु हस्ताक्षर किया है। वहीं, स्वचालित पैडी वीडर के लिए समझौता किया गया है। यह यंत्र धान की फसल की पंक्तियों में सीधी बुवाई एवं रोपनी के बाद खरपतवार नियंत्रण करने में काफी सहायता करता है। यह मशीन खेतों में तीन से चार सेंटीमीटर पानी रहने पर तथा सूखा रहने पर दोनों स्थितियों में काम करता है। ट्रैक्टर चालित मल्टीक्राप सीडर के उत्पादन एवं व्यवसायीकरण के लिए समझौता किया गया है। यह यंत्र धान, गेहूं, दलहन और मक्के के बीजों को पंक्ति में बुवाई की जा सकती है। दो समझौते आनलाइन भी किए गए हैं। समझौता पत्र पर विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डा. पीपी श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किए। इस दौरान निदेशक अनुसंधान डा. एनके सिंह, डीन पीजी डा. केएन सिंह, एग्रीकल्चर इंजीनियरिग के अधिष्ठाता डा. अमरीश कुमार, डा. प्रणव कुमार, इंजीनियर सुभाष कुमार, डा. एसके पटेल, कुमार राजवर्धन आदि मौजूद रहे।