दुष्कर्म के बाद बहन की हत्या, ऐसे गई भाई की भी जान ...याद आया रंगा-बिल्ला कांड
अपराधियों ने बहन की आबरू बचाने में लगे भाई की हत्या कर दी। सामूहिक दुष्कर्म के बाद बहन को भी मार डाला। इस घटना ने 40 साल पहले के रंगा-बिल्ला कांड की याद दिला दी है।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बिहार में दुष्कर्म व हत्या की आए दिन हो रहीं वारदातों में यह मामला जरा हटकर है। इसने 40 साल पहले के रंगा-बिल्ला कांड की याद दिला दी है। उस मामले की तरह इसमें भी बहन की आबरू की रक्षा की कोशिश में मासूम भाई को भी दरिंदों ने बहन के साथ मार डाला। घटना मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र मेंं हुई।
विदित हो कि आज से 40 साल पहले दिल्ली के गीता और संजय चोपड़ा अपहरण व हत्याकांड ने देश को हिलाकर रख दिया था। साल 1978 में दो बच्चों गीता और संजय चोपड़ा को दो अपराधियों रंगा ख़ुश (कुलजीत सिंह) व बिल्ला (जसबीर सिंह) ने अपहरण् कर लिया था। फिर, लड़की गीता चोपड़ा से सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या की दी थी। बहन को बचाने की कोशिश में भाई संजय चोपड़ा को भी अपराधियों ने मार दिया था। बाद में 1982 में रंगा-बिल्ला को फांसी की सजा दे दी गई। यह मामला भी इससे मिलता-जुलता है।
भाई-बहन का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म, फिर हत्या
जानकारी के अनुसार बच्चों के माता-पिता घर से बाहर थे। आरोप है कि इसी बीच लाला ठाकुर उर्फ लालू सिंह, विकास ठाकुर फरीद शाई व अन्य ने उनके बेटे व बेटी की जान ले ली। इससे पहले उन्होंने बेटी से दुष्कर्म किया। उसे बचाने के क्रम में बेटे को पीटा तथा बाद में दोनों की हत्या कर दी।
परिजनों के अनुसार हत्यारों ने हत्या के पहले बच्ची की आंखें भी फोड़ दीं। दोनों भाई-बहन के सिर पर भी गहरे जख्म का निशान मिले हैं। इसके बाद साक्ष्य छुपाने के लिए दोनों की लाश को लालू छपरा गांव के निकट वाया नदी की पेटी में फेंक दिया। दोनों की लाशें देर शाम बरामद कर लीं गईं।
आरोपित से एक सप्ताह पहले हुआ था झगड़ा
लड़की के पिता ने बताया कि बकरी चराने को लेकर उसकी पत्नी से एक सप्ताह पूर्व आरोपित लाला ठाकुर का झगड़ा हुआ था। तब उसने उसकी पत्नी की पिटाई की थी। इसके बाद उसने धमकी दी थी कि दोनों बच्चों की हत्या कर देंगे। घटनास्थल के निकट आरोपित का मुर्गी फार्म है। पीडि़त परिवार ने बड़ी संख्या में बकरी पाल रखे हैं। बकरी चराने को लेकर अक्सर दोनों में विवाद होता रहता है।
घटना की बाबत एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि 'दोनों बच्चों की हत्या का आरोप लाला ठाकुर पर लगाया गया है। यह वही लाला ठाकुर है जिससे हाईकोर्ट के आदेश से जिला प्रशासन ने अतिक्रमित जमीन को खाली कराया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।