जनकपुरधाम में फूलों की बारिश के बीच प्रभु श्रीराम व सीता का निकला डोला, हर घर में उत्सव का माहौल
जानकी विवाह पंचमी हर घर के लिए उत्सव शहर की हर गली और चौक पर रही हजारों लोगों की भीड़। सात फेरों की रस्म कराई गई पूरी।
जनकपुरधाम (नेपाल), जेएनएन। जनकपुरधाम में जानकी विवाह पंचमी को लेकर हर घर में उत्सव का माहौल रहा। जगह-जगह राम-जानकी विवाह के गीत बजते रहे। शहर में बिहार व उत्तर प्रदेश के लाखों श्रद्धालु रात में ही पहुंच गए थे। रविवार सुबह शहर के विभिन्न पोखरों में सामूहिक स्नान के बाद जानकी और राम मंदिर में पूजा-अर्चना हुई। फिर फूलों की बारिश के बीच माता सीता व प्रभु राम का डोला निकला। शहर में घूमने के बाद उनके सात फेरे कराए गए।
दोपहर में जानकी और राम मंदिर से अलग-अलग डोला निकला। प्रभु राम व जानकी का डोला जिस रास्ते से गुजरा, वहां सड़कों के किनारे हजारों की भीड़ रही। अपने-अपने घरों की छतों से लोग पुष्प वर्षा करते रहे। हर गली की बेहतर सफाई की गई थी। शंख, झाल, मृदंग की आवाज से इलाका गुंजायमान होता रहा। साथ में चल रहे नेपाली सेना के बैंड की आवाज आ रही थी। श्रीराम नाम की गूंज भीड़ में जोश भर रही थी।
जहां ठहरे थे दशरथ, वहां उतारी गई आरती
श्रीराम का डोला विभिन्न मार्गों से होते हुए दशरथ मंदिर पहुंचा। कहा जाता है कि त्रेता में राम की बरात लेकर अयोध्या से आए राज दशरथ यहीं ठहरे थे। यहां डोला की विधिवत आरती उतारी गई। भोग लगाया गया। महिलाएं गीत गा रही थीं। सांवर दूल्हा, श्रीराम दूल्हा....। यहां से डोला निकलकर बारहबीघा पहुंचा। यहां पहले से जानकी का डोला पहुंचा था। यहीं दोनों का मिलन हुआ। परंपरागत तरीके से हजारों की भीड़ ने दोनों डोले के सात फेरों की रस्म को पूरा कराया गया। फिर लोग वापस मंदिर पहुंचे।