राजीव प्रताप रुढ़ी बोले- वीटीआर को विश्व के मानचित्र पर लाने की होगी पहल, यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को रेलहवाई एवं सड़क मार्ग बेहतर किया जाएगा । साथ ही सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के सोहगीबरवा वन्य जीव अभ्यारण्य को वीटीआर से जोड़ा जाएगा।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा गठित टीम के अध्यक्ष व सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी ने कहा कि वीटीआर (वाल्मीकि टाइगर रिजर्व)को विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए पहल होगी। यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। इसके लिए रोड मैप तैयार किया जा रहा है । रेल,हवाई एवं सड़क मार्ग बेहतर किया जाएगा । साथ ही सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के सोहगीबरवा वन्य जीव अभ्यारण्य को वीटीआर से जोड़ा जाएगा।
सांसद रविवार को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंदर पिछले पांच सालों में कार्यों का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। इन कार्यों में वन्य जीवों की सुरक्षा व संरक्षण की दिशा में किए महत्वपूर्ण कार्य की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि एसएसबी के साथ पेट्रोलिंग पर बल दिया जाएगा। स्पेशल पुलिस फोर्स एवं स्थानीय लोगों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा ।
एनटीसीए की टीम ने टाइगर रिजर्व का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। उन्होंने कई बिंदुओं खासकर सुरक्षा के प्रबंधों में सुधार पर जोर दिया है। वन्य जीव संरक्षण के लिए वीटीआर द्वारा किए गए प्रयास प्रशंसनीय है। वीटीआर को अन्य टाइगर रिजर्व के साथ ही व्यवस्थित टाइगर रिजर्व में शामिल किया गया है। देश के 50 टाइगर रिजर्व की तमाम बिंदुओं की रिपोर्ट के आधार पर रैंकिंग की जाती है। एनटीसीए टीम ने वीटीआर में बाघों की सुरक्षा के लिए किए गए प्रबंधन, बाघों के वासस्थल, सुविधाएं, पेट्रोलिंग समेत विभिन्न पहलुओं का स्थलीय अध्ययन किया। इस दौरान एनटीसीए के आइजी अमित मलिक, मुख्य वन संरक्षक हेमकांत राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।