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पांच घंटे तक नहीं रहने वाले शिक्षकों के नाम राजभवन ने मांगे

15 फरवरी तक सभी कॉलेज व पीजी विभागों में लगे बायोमीट्रिक हाजिरी। मनमाने बीएड कॉलेजों पर कार्रवाई नहीं होने पर सख्ती। 2009 वाले पीएचडी सर्टिफिकेट की हो जांच।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 10:31 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 06:01 AM (IST)
पांच घंटे तक नहीं रहने वाले शिक्षकों के नाम राजभवन ने मांगे
पांच घंटे तक नहीं रहने वाले शिक्षकों के नाम राजभवन ने मांगे

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बारह बजे तक लेट नहीं, दो बजे के बाद भेंट नहीं की तर्ज पर ड्यूटी करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की घड़ी आ गई है। राजभवन ने ऐसे तीन-तीन शिक्षकों व कर्मियों के नाम मांगें हैं, जो विश्वविद्यालय व कॉलेजों में सबसे कम समय देते हैं।

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 राजभवन ने रजिस्ट्रार के साथ विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली व प्रशासनिक सुधार के निमित समीक्षा बैठक में इस मुतल्लिक आदेश दिए हैं। इसी के साथ पांच घंटे की उपस्थिति भी अनिवार्य की गई है। इसके लिए 15 फरवरी तक सभी कॉलेजों व पीजी विभागों में बायोमीट्रिक हाजिरी सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।यूएमआइएस व वेबसाइट हो अपडेट

5 फरवरी तक यूएमआइएस को हर हाल में कार्यान्वित कर देना है। चालू एकेडमिक सेशन से नैड को लागू है। डिग्री एवं माक्र्सशीट इसी के जरिए उपलब्ध कराना है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट को भी अपडेट कर लेना है। उसपर एकेडमिक कैलेंडर, संचालित होने वाले कोर्स के अलावा वैध रूप से संचालित संबद्ध कॉलेजों की सूची भी अपलोड करनी है।

बिना नैक मूल्यांकन वाले कॉलेज नहीं चलेंगे

संबद्ध कॉलेजों को नैक के लिए प्रोत्साहित करना है। बिना नैक मूल्यांकन वाले कॉलेज चलाने की अनुमति नहीं होगी। नोडल अफसर प्रत्येक माह इसकी मॉनीटङ्क्षरग रिपोर्ट राजभवन व सरकार को भेजेंगे। बीएड पोस्ट पर फोटोग्राफ्स अपलोड नहीं करने वाले 39 बीएड कॉलेजों की संबद्धता खत्म करने के लिए रजिस्ट्रार को निर्देश दिया गया है। कॉलेजों की संबद्धता के लिए प्रस्ताव 15 जनवरी तक मांगे गए थे, लेकिन उसका अनुपालन नहीं होने पर राजभवन ने आपत्ति जताई है।

लाइब्रेरी एवं लेबोरेटरी हो अपडेट

लाइब्रेरी एवं लेबोरेटरी को अपडेट करना है। 2018 में कुल कितनी किताबें इश्यू हुईं उसकी भी सूचना देनी है। कॉलेजों से लेकर विश्वविद्यालयों तक एकेडमिक माहौल बनाने के लिए चांसलर अवार्ड देकर प्रोत्साहित करना है। इसके लिए सारी प्रक्रियाएं पूरी कर योग्य व चुनिंदा लोगों की सूची 15 जनवरी तक राजभवन ने मांगी थी।

2009 के पीएचडी सर्टिफिकेट की करें जांच

2009 का पीएचडी सर्टिफिकेट अच्छी तरह जांच करने का निर्देश दिया गया है। मसलन किस साल में मैट्रिक, इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन हुआ और प्राप्तांक कितना है, नेट क्वालीफिकेशन सर्टिफिकेट की भी जांच करनी है। 70 साल तक आयुवर्ग के अंगीभूत कॉलेजों के सेवानिवृत्त शिक्षक भी गेस्ट फैकेल्टी के लिए योग्य करार दिए गए हैं।


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