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वैशाली लोकसभा : संपत्ति में वीणा तो शिक्षा में रघुवंश सिंह सबसे आगे

सबसे अधिक पढ़े-लिखे हैं रघुवंश। रघुवंश व वीणा देवी के विरुद्ध दर्ज है चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला। नामांकन करने वालों में सबसे दागी है डॉ.मो. नबी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 10:12 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 10:12 AM (IST)
वैशाली लोकसभा : संपत्ति में वीणा तो शिक्षा में रघुवंश सिंह सबसे आगे
वैशाली लोकसभा : संपत्ति में वीणा तो शिक्षा में रघुवंश सिंह सबसे आगे

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वैशाली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार वीणा देवी संपत्ति के मामले में राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह से काफी आगे हैं। वित्तीय वर्ष 2017-18 में रघुवंश सिंह ने 60 लाख व वीणा देवी ने दो करोड़ रुपये की आय पर कर भुगतान किया। वीणा अकूत संपत्ति की मालकिन हैं। उसके पास दो करोड़ 90 लाख रुपये विभिन्न बैंक में एफडी है।

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 मुजफ्फरपुर, पारू, पटना व दिल्ली में जमीन है। मुजफ्फरपुर के मीनाक्षी होटल इंटरनेशनल सहित कई फर्मो में उन्होंने भारी निवेश कर रखा है। हालांकि शैक्षणिक योग्यता में रघुवंश प्रसाद सिंह के सामने वह काफी कम हंै। वे हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से मात्र मैट्रिक के समकक्ष प्रथमा की परीक्षा उत्तीर्ण की है। जबकि रघुवंश सिंह पीएचडी हैं।

वीणा के पास चार लाख तो रघुवंश के पास 50 हजार नकदी

नामांकन पत्र के साथ दिए हलफनामे के अनुसार वीणा देवी के पास नकदी चार लाख रुपये है। जबकि उनके पति दिनेश सिंह के पास 60 हजार रुपये। वहीं रघुवंश सिंह के पास मात्र 50 हजार रुपये नकदी है।

गहना, लग्जरी गाडियों व गन की शौकीन हैं वीणा

लोजपा उम्मीदवार वीणा देवी गहने की शौकीन है। उसके पास 240 ग्राम जेवर हैं। वीणा व उसके पति के पास एक-एक बंदूक व रायफल है। उनके पास फार्चूनर, फोर्ड बीट सहित तीन गाडिय़ां हैं। जबकि उनके पति के पास भी फार्चूनर गाड़ी है।

वीणा व रघुवंश के खिलाफ चल रहा आचार संहिता उल्लंघन का मामला

वीणा व रघुवंश में एक बात समान है। दोनों के विरुद्ध चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज है। रघुवंश सिंह के खिलाफ नगर व कांटी थाना में ऐसे मामले दर्ज हैं।

सबसे दागदार नबी

नामांकन करने वाले पांच उम्मीदवारों में डॉ.मो.नबी सबसे दागदार है। उसके खिलाफ साहेबगंज थाना में चार संगीन मामले दर्ज हैं। इसमें हत्या के प्रयास, चोरी, धोखाधड़ी व मारपीट सहित अन्य आरोप लगाए गए हैं। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था।

 हालांकि किसी मामले में अब तक कोर्ट से दोष सिद्ध नहीं हुआ है। उसके पास 65 हजार रुपये नकदी है। एसयूसीआइ के उम्मीदवार नरेश राम का अब तक पैन नंबर भी जारी नहीं हुआ है। उसके पास नकदी चार हजार व बैंक में मात्र 13 सौ रुपये जमा है। जनतांत्रिक विकास पार्टी के अमित विक्रम के पास पांच हजार नकदी व 12 सौ रुपये बैंक में जमा है।  


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