मरीजों की दुआ के लिए खरीदते दवा
बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक पांच साल से कर रहे यह काम।जिस मरीज के पास पैसे नहीं होते उसके लिए जेब से मंगवाते दवा।
मुजफ्फरपुर [मो. अब्बू साबीर]। आमतौर पर चिकित्सक अपनी ड्यूटी से ही वास्ता रखते हैं। लेकिन, पश्चिम चंपारण के अनुमंडलीय अस्पताल बगहा के उपाधीक्षक डॉ. एसपी अग्रवाल मरीजों की सेहत का भी पूरा ख्याल रखते हैं। यदि मरीज के पास रुपये व अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं होती तो खुद खरीदकर देते हैं। पिछले पांच साल से यह सबकुछ वे दुआ के लिए कर रहे हैं। अब तक सैकड़ों लोगों की इस तरह मदद कर चुके हैं।
बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में कार्यरत डॉ. अग्रवाल सहज, सरल और मृदुभाषी हैं। मरीजों की आधी बीमारी बातचीत से ही दूर कर देते हैं। उपाधीक्षक पद पर रहते हुए भी प्रतिदिन ओपीडी और आपातकाल में ड्यूटी करते हैं। जब किसी भी मरीज के पास दवा, इंजेक्शन के लिए पैसा नहीं रहता तो अधीनस्थ कर्मियों को पैसा देकर मंगवाते हैं।
नजदीक से देखी गरीबी
डॉ. अग्रवाल कहते हैं, छात्र जीवन में परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य थी। निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता हूं। इसलिए आसपड़ोस में जब भी कोई बीमार पड़ता तो मन व्यथित हो जाता। कई लोगों को दवा और इलाज के अभाव में असमय काल के गाल में समाते देख मन काफी दुखी हुआ। फिर तय किया कि डॉक्टर ही बनना है। मरीजों की सेवा करनी है। पढ़ाई पूरी होने के बाद जब अस्पताल में ड्यूटी लगी तो ऐसा लगा कि जीवन सफल हो गया। कहते हैं, मरीजों की सेहत का ख्याल रखना डॉक्टर का परम कर्तव्य है। उसे ही निभा रहा हूं। मरीजों की दुआ मिल जाए, यह रकम से बड़ी चीज नहीं है।
अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों के साथ नगर के लोग उनकी सहृदयता से वाकिफ हैं। स्थानीय पूर्व सांसद कैलाश बैठा, जितेंद्र राव, राकेश ङ्क्षसह, सतीश वर्मा, दीपक राही और रविंद्र श्रीवास्तव आदि कहते हैं कि ऐसे चिकित्सकों की समाज को बहुत जरूरत है। इससे अन्य को प्रेरणा लेनी चाहिए।