मुजफ्फरपुर में ब्रह्मपुरा चौक के पास अगलगी, दुकान सहित लाखों की संपत्ति नष्ट Muzaffarpur News
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाकर आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम। विभाग के खिलाफ की नारेबाजी महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ब्रह्मपुरा चौक के पास बाबा सर्वेश्वनाथ मंदिर के सामने बुधवार देर रात अचानक तीन घरों में आग लग गई। इसमें दुकान सहित लाखों की संपत्ति नष्ट हो गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि सामने बाबा मंदिर के सटे पेड़ भी जल गए। मंदिर के प्रधान पुजारी संजय कुमार ओझा ने बताया कि मंदिर परिसर में काफी देर तक आग बरसती रही। तार जलने से पूरे इलाके की बिजली चली गईं। फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
आग की लपटें देख आसपास के लोग अपनी-अपनी छतों पर पानी फेंकने लगे। सिलेंडर ब्लास्ट करने पर आग और तेज हो गई। पीडि़तों की चीख-पुकार मची रही। सुबह तक पेड़ में आग सुलगती रही। दमकलकर्मियों ने पेड़ की आग को भी बुझाया। ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम व राजेश कुमार लोगों की मदद में पूरी रात लगे रहे। मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने बिजली का तार नहीं जोडऩे दिया।
इससे 36 घंटे से इलाके में बिजली नहीं रहने से पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो दिन पहले पुराने व जर्जर तार काटकर हटा दिए गए और केबल लगाया गया था। कंक्रीट के पोल के बदले लोहे के खंभे में ही तार लगा दिया गया। इससे शॉर्ट-सर्किट हो गया।
सड़क जाम कर बिजली विभाग के खिलाफ की नारेबाजी
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाकर नारेबाजी करते हुए लोगों ने गुरुवार सुबह ब्रह्मपुरा चौक से सजय सिनेमा जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया। एसडीओ कुंदन कुमार के आदेश पर सीओ मुशहरी नागेंद्र कुमार ने महेश पासवान, चंदेश्वर पासवान व लालबाबू पासवान को आपदा प्रबंधन की ओर से प्रति पीडि़त परिवार 13900 रुपये दिए।
मंदिर के एक पुजारी की भी प्रसाद की दुकान जल गई, लेकिन उनको मुआवजा नहीं दिया गया। बिजली विभाग के एसडीओ ने घटना की जांच की। आग की लपटों से आसपास सहित कई मकानों की वायङ्क्षरग जल गई है। इलाके के विद्युत एसडीओ अमिताभ कुमार ने मौके पर पहुंचकर जांच की। एसडीओ ने बताया कि ऊपर के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है।
मेयर ने दिया सहायता का भरोसा
घटना की सूचना पर मेयर सुरेश कुमार पहुंचे। उन्होंने पीडि़त परिवारों को सहायता का भरोसा दिलाया। अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता से बात करने की कोशिश की, लेकिन दोनों पदाधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। इसको लेकर बिजली अधिकारियों पर नाराजगी जताई।